कायाकल्प के तहत विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों में प्राथमिकता से कार्य कराने के डी.पी.आर.ओ. को दिए निर्देश
वाचस्पति त्रिपाठी / दैनिक इन्डिया न्यूज
मऊ । जिलाधिकारी श्री अरुण कुमार के अध्यक्षता में जिला पोषण समिति/ जिला कन्वर्जेंस समिति एवं जिला अनुश्रवण समिति की बैठक संपन्न हुई।
जिला पोषण समिति की बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने गोद लिए गए आंगनवाड़ी केंद्रों को अधिकारियों से निरीक्षण के दौरान पाई जाने वाली कमियों को अपने प्रयास से भी दूर करने को कहा, जिससे इन केंद्रों पर बच्चों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो सके। इस दौरान जनपद में 38 आंगनवाड़ी केंद्रों पर शौचालय ना होने,24 केंद्रों पर स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था ना होने एवं 65 केंद्रों पर विद्युतीकरण ना होने पर उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को इस कार्यों को यथाशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।
समूहों द्वारा उठाया जाने वाले खाद्य पदार्थों में बी.एम.एम. द्वारा पूरा सहयोग न मिलने पर उन्होंने संबंधित स्वयं सहायता समूह द्वारा ही खाद्यान्न उठान के निर्देश दिए।साथ ही खाद्यान्नों का लाभार्थी तक पहुंच भी सुनिश्चित हो, इसके लिए नियमित जांच करने के भी निर्देश दिए।उन्होंने निरीक्षण के दौरान यह बात सुनिश्चित करने को कहा कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाएं सभी लाभार्थियों को अवश्य मिले। कुछ केंद्रों पर मूलभूत सुविधाएं जैसे स्टूल, दरी, बच्चों के खिलौने आदि के ना होने की बात प्रकाश में आने पर जिलाधिकारी ने इस संबंध में डी.पी.आर.ओ. को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। सैम बच्चों की चर्चा के दौरान जिलाधिकारी ने समस्त सी.डी.पी.ओ. एवं सुपरवाइजर को मौके पर जाकर स्वयं बच्चों का निरीक्षण करने एवं उन्हें समस्त सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। सी.डी.पी.ओ. द्वारा किए जाने वाले भ्रमण कार्यों में कोपागंज एवं फतेहपुर मंडाव में मात्र सात सात सैम बच्चों के निरीक्षण पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने समस्त सीडीपीओ को इसमें तेजी लाने के निर्देश देते हुए 1 हफ्ते में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया की सितंबर में कुल 38 बच्चे एन.आर.सी.में भर्ती हेतु चिन्हित हुए जिनमें से 14 को भर्ती कराया गया। बैठक के दौरान सैम बच्चों का सी.एच.सी.,पी.एच.सी. पर स्वास्थ्य जांच, स्वीकृत आंगनवाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण की प्रगति, ब्लॉक स्तरीय कन्वर्जेंस बैठक, पोषण ट्रैकर एप पर फीड हुए लाभार्थियों की संख्या, आधार फीडिंग वजन की स्थिति आदि की भी जानकारी जिला अधिकारी ने ली।
जिला अनुश्रवण समिति की बैठक के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि कायाकल्प के तहत कार्य कराए जाने वाले सभी विद्यालयों की सूची एवं 19 पैरामीटर की सूची संबंधित अधिकारियों को उपलब्ध करा दी गई है।जनपद में कुल 77 जर्जर विद्यालय चिन्हित किए गए हैं। बच्चों के आधार कार्ड बीआरसी पर बनाए जा रहे हैं, जिन की प्रगति अभी धीमी है। लक्ष्य के सापेक्ष वर्तमान सत्र में नामांकन डेढ़ सौ प्रतिशत से ज्यादा हुआ है। उन्होंने बताया कि अब तक 103 आउट ऑफ स्कूल बच्चों का चिन्हीकरण कर नामांकन कराया जा चुका है।वर्तमान सत्र 2022-23 में निशुल्क पाठ्य पुस्तकों की आपूर्ति के सापेक्ष वितरण कराया जा चुका है।
जिलाधिकारी श्री अरुण कुमार ने शीघ्र ही जर्जर विद्यालयों के नीलामी प्रक्रिया शुरू कर इस ध्वस्त कराने को कहा।बच्चों के आधार कार्ड बनवाने में उन्होंने खंड विकास अधिकारी से भी सहयोग लेने के निर्देश दिए। उन्होंने समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को अपने शिक्षा क्षेत्रों में स्थित विद्यालयों को सारी चीजें अपडेट रखने के निर्देश दिए। साथ ही माह में 1 दिन आकस्मिक निरीक्षण होने पर कमियां पाए जाने पर संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी।जिलाधिकारी ने स्कूलों में बच्चों के वास्तविक उपस्थिति के सापेक्ष ही उपस्थिति दर्ज करने के निर्देश दिए। उन्होंने
कायाकल्प के तहत विद्यालयों में कराए जाने वाले कार्यों को प्राथमिकता पर के आधार पर कराने के निर्देश जिला पंचायत राज अधिकारी को दिए।।इस संबंध में लापरवाही पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी भी दी। जिलाधिकारी ने बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने हेतु लगातार अभिभावकों से संपर्क कर एवं अतिरिक्त प्रयास करने के भी निर्देश दिए। इस दौरान निशुल्क ड्रेस, जूता, स्कूल बैग, स्वेटर आदि की जानकारी लेते हुए उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि जिन विद्यालयों में बच्चे पैसे भेजे जाने के बावजूद अभी तक स्कूल यूनिफार्म,जूता ,एवं बैग लेकर नहीं आते हैं,उनके अभिभावकों से मिलकर इस कार्य में तेजी लाएं।
जिलाधिकारी श्री अरुण कुमार ने स्कूलों में मध्यान्ह भोजन में गुणवत्ता का विशेष ध्यान देने को कहा।इस संबंध में कहीं भी लापरवाही पाए जाने पर संबंधित लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्री राम सिंह वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी श्री नरेश अग्रवाल, बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, परियोजना निदेशक, समस्त सीडीपीओ एवं अन्य सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।