माँ पाटेश्वरी धाम में बस स्टेशन कीस्थापना के सम्बन्ध में यथाशीघ्र कार्यवाही की जाए:सीएम

हरिंद्र सिंह दैनिक इंडिया न्यूज लखनऊ।मुख्यमंत्री ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर बरेली एवं देवीपाटन मण्डल के सांसदों एवं विधायकगण के साथ विकास कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री जी ने जनपद बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं, गोंडा, श्रावस्ती, बहराइच और बलरामपुर से आए सांसदों व विधायकगण से उनके क्षेत्र की विकास योजनाओं की प्रगति की जानकारी प्राप्त की। शीतलहर के बीच आम जनमानस के साथ-साथ खेती-किसानी और गोवंश आदि की सुरक्षा के लिए की गई व्यवस्थाओं के बारे में पूछा और आवश्यकतानुसार दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में जनप्रतिनिधियों ने नवीन विकास कार्यों के बारे में क्षेत्रीय जनाकांक्षाओं से अवगत कराया और इस सम्बन्ध में अपने प्रस्ताव दिए। मुख्यमंत्री जी ने सांसदों और विधायकगण के इन प्रस्तावों पर तत्काल कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय को निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टूरिज्म’ मंत्र को आत्मसात कर उत्तर प्रदेश समृद्धि के नए सोपान चढ़ रहा है। बेहतर कानून-व्यवस्था तथा नीतिगत सुधारों के माध्यम से आज देश-दुनिया में निवेश का श्रेष्ठतम गंतव्य स्थल बनकर उभरा है। बरेली मंडल का हर जनपद औद्योगिक विकास की अपार संभावनाओं से युक्त है। जनपद बरेली, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर में बहुत पोटेंशियल है। देवीपाटन मंडल के हर जनपद में पर्याप्त लैंडबैंक है। ईको पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं। जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र के ब्राण्ड एम्बेसडर हैं। इन खूबियों से देश-दुनिया को परिचय कराने के लिए आपको ठोस प्रयास करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 10-12 फरवरी को यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। समिट से पहले दुनिया भर के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश का आमंत्रण देने की हमारी कार्ययोजना को आशातीत सफलता मिली है। 16 राष्ट्रों में हुए रोड शो से 7 लाख 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश का मार्ग प्रशस्त हुआ है। विदेश में रोड शो की सफलता के बाद अब देश के प्रमुख महानगरों में उद्योग जगत को आमंत्रित करने हेतु रोड शो का आयोजन हो रहा है। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 ऐतिहासिक होने जा रहा है। व्यापक निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जिसका सीधा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशी और घरेलू निवेशक रोड शो से प्रेरणा लेते हुए अनेक जनपदों ने जिला स्तर पर निवेशक सम्मेलन आयोजित किए और हजारों करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए। ऐसे ही प्रयास बरेली और देवीपाटन मंडल में भी किये जाने चाहिए। जनपदीय निवेशक सम्मेलन के आयोजन के लिए सांसद के नेतृत्व में विधायक गण कमान संभालें, जिला प्रशासन, औद्योगिक अवस्थापना विभाग, इन्वेस्ट यू0पी0 और मुख्यमंत्री कार्यालय से सहयोग लें। अपने क्षेत्र के उद्यमियों, व्यापारियों, प्रवासीजन से संवाद व सम्पर्क बनाएं। उन्हें प्रदेश सरकार की औद्योगिक नीतियों, सेक्टोरल पॉलिसी की जानकारी दें। अपने क्षेत्र के पोटेंशयिल का परिचय दें और निवेश के लिए प्रोत्साहित करें। जनप्रतिनिधियों के सहयोग से यह इन्वेस्टर्स समिट नई ऊंचाइयों को छूने वाली होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सांसद व विधायकगण प्रदेश सरकार की नई औद्योगिक नीतियों का व्यापक प्रचार प्रसार करें। स्थानीय विश्वविद्यालय, महाविद्यालयों, पॉलिटेक्निक, आई0टी0आई0 में युवाओं के बीच इन पर परिचर्चा कराई जाए। जनप्रतिनिधिगण इन कार्यक्रमों में प्रतिभाग करें। जनप्रतिनिधिगण क्षेत्र में संचालित विकास परियोजनाओं का निरीक्षण करते रहें। यह योजनाएं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की छवि निर्माण में सहायक होंगी। जनप्रतिनिधि सुनिश्चित करें कि कार्य गुणवत्ता और समयबद्धता के साथ सम्पन्न हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में धान खरीद सुचारु रूप से चल रही है। जब तक एक भी किसान क्रय केंद्र पर आएगा, खरीद जारी रहेगी। शीतलहर के बीच क्रय केंद्रों की व्यवस्थाओं का जनप्रतिनिधि निरीक्षण करते रहें। निराश्रित गोवंश संरक्षण के लिए राज्य सरकार के स्तर पर निराश्रित गो-आश्रय स्थल निर्माण, सहभागिता योजना, तथा कुपोषित परिवारों को दुधारू गाय उपलब्ध कराने की तीन योजनाएं चल रही हैं। जनप्रतिनिधियों को रुचि लेकर इन योजनाओं का प्रचार-प्रसार करना चाहिए। सम्भ्रान्त परिवारों को भी गो-पालन के लिए प्रेरित किया जाए। गौ-आधारित प्राकृतिक खेती से किसानों को जोड़ने का प्रयास करें। बदायूं के वृहद गोसंरक्षण केंद्र परिसर में गाय के गोबर से पेंट निर्माण का अच्छा प्रयास किया गया है। इस कार्य को अन्य जनपदों के गोआश्रय स्थलों में भी अपनाया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निराश्रित गोवंश प्रबंधन में हर जनप्रतिनिधि का सहयोग आवश्यक है। जनपद बरेली इस दिशा में एक मॉडल प्रस्तुत कर सकता है। छोटे-छोटे गो-आश्रय स्थलों के स्थान पर बड़े आश्रय स्थल का विकास किया जाना उचित होगा। प्रबंधन की दृष्टि से यह उपयोगी होगा। यहां बायो फ़्यूल प्लांट लगाए जा सकते हैं। सांसद और विधायकगण क्षेत्रीय जरूरतों के अनुसार इसके लिए भूमि उपलब्ध कराने में सहयोग करें। निजी संस्थाओं/ट्रस्ट को प्रोत्साहित करें। शासन स्तर से हर संभव मदद दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बलरामपुर में भारतरत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा महाविद्यालय का निर्माण अंतिम चरण में है। इस महाविद्यालय के बन जाने के बाद बलरामपुर जनपद और नेपाल बॉर्डर से सटे लोगों को बड़ी सुविधा होगी। तुलसीपुर में माँ पाटेश्वरी का पावनधाम है। यहां वर्ष भर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन होता है। यहां बस स्टेशन की आवश्यकता है। इस सम्बन्ध में यथाशीघ्र कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गांवों में अंत्येष्टि स्थलों का विकास आवश्यक है। इसी प्रकार कस्बों में बस स्टेशनों के जीर्णाेद्धार की भी जरूरत है। जनप्रतिनिधियों को इन कार्यों में सहयोग करना चाहिए। स्थानीय सांसद व विधायक भूमि की उपलब्धता कराएं। शासन को प्रस्ताव दें। प्रदेश सरकार की ओर से हर संभव सहयोग दिया जाएगा। राज्य सरकार की नीतियों के मूल में लोगों के लिए सुविधा, सुरक्षा और समृद्धि है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 में गोंडा की पहचान देश के सबसे गंदे नगर के रूप में थी। जनसहयोग से बीते साढ़े पांच-छह वर्षों में इस स्थिति में व्यापक सुधार हुआ है। इसे और बेहतर करना होगा। जनप्रतिनिधि पहल करें, लोगों को स्वच्छता की मुहिम से जोड़ें। तकनीक का बेहतर इस्तेमाल करें। आज सोशल मीडिया, संवाद का बेहतरीन माध्यम बन कर उभरा है। सभी सांसद व विधायकगण को इस मंच का उपयोग करना चाहिए। केंद्र व राज्य सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं, औद्योगिक नीतियों, रोजगारपरक कार्यक्रमों के बारे में सकारात्मक भाव से सोशल मीडिया मंच पर अपनी राय रखनी चाहिए। जनता से सम्पर्क व संवाद बनाने में यह मंच अत्यंत उपयोगी है।

Share it via Social Media

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *