एक सप्ताह तक लाइट एंड साउंड शो का प्रदर्शन और राष्ट्रगीत वन्देमातरम का गायन होगा
विधानभवन की तर्ज पर लोकभवन में भी एक ही थीम आधारित प्रकाश से सजावट की जाएगी
दैनिक इंडिया न्यूज लखनऊ । द्विसदनीय विधान मण्डल ( यानी ‘लेजिस्टलेटिव असेम्बली’ और ‘लेजिस्लेटिव कौंसिल’) का निचला सदन जो की उत्तर प्रदेश राज्य के राजनीती का केंद्र बिंदु है, जिसे विधान मंडल के नाम से जाना जाता है।
इसी कड़ी में, आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में गुरुवार रात को यूपी के विधानभवन में डाइनेमिक फसाड लाइटिंग का लोकार्पण सी.एम. योगी आदित्यनाथ द्वारा किया गया। सीएम योगी ने कहा कि विधानभवन की तर्ज पर अब जल्द ही लोकभवन पर भी ऐसी ही थीम आधारित प्रकाश से सजावट की जाएगी।
लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि इतिहास को भुलाकर कोई भी आगे नहीं बढ़ सकता। इतिहास हममें गौरव का भाव तो भरता ही है इसके साथ ही ऐतिहासिक गलतियों के परिमार्जन के लिए भी प्रेरित करता है।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव हम सबको इस बात का अहसास करा रहा है कि विरासत के प्रति हमारा क्या भाव होना चाहिए। हम प्रधानमंत्री के आभारी हैं, जिनके मार्गदर्शन में देश पूरी भव्यता, उत्साह और उमंग के साथ अमृत महोत्सव का आयोजन कर रहा है।
योगी ने विधान भवन का बताया इतिहास
उत्तर प्रदेश विधानभवन की ऐतिहासिकता की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 1922 में इस भवन का निर्माण प्रारंभ हुआ था। आज जहां विधानसभा की सत्र चलता है, पहले वहां विधान परिषद की बैठक होती थी।
1937 में विधानसभा की कार्यवाही यहां प्रारंभ हुई। तब इसी भवन में हमारे स्वतन्त्रता सेनानियों ने आजाद भारत के सपने को बुना था। आजादी की लड़ाई को आगे बढ़ाया था। आज उत्तर प्रदेश के 1 लाख 10 हजार गांवों और 700 से अधिक नगरीय निकायों में रहने वाली 25 करोड़ जनता की सुख-समृद्धि के लिए इसी भवन में मंथन होता है। यह विधानभवन ‘विधायिका का पवित्र स्थल’ है।
सीएम योगी ने कहा कि आज वर्ष 2022 में जबकि यह भवन 100 वर्ष पूर्ण कर रहा है, तब इसे विशिष्ट प्रयास करते हुए इसे नया रंग रूप दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब पूरे एक सप्ताह विधानभवन पर हर शाम 07 से 08 बजे तक लाइट एंड साउंड शो का प्रदर्शन होगा और राष्ट्रगीत वन्देमातरम का गायन होगा।
विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि उत्तर प्रदेश की विधानसभा का देश की विधानसभाओं में अग्रणी स्थान है। इस विधान भवन का एक गौरवमयी इतिहास है। इसके शिलान्यास के इस वर्ष हम सौ वर्ष पूरे होने जा रहे हैं और आज इसका अलग ही एक सुंदर स्वरूप देखने को मिल रहा है।
सतीश महाना ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा को लेकर एक नया एप बनाया जा रहा है। इसमें उसके नए स्वरूप की जानकारी दी जाएगी। इसकी लांचिग जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर कमलों द्वारा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जिन वीर सपूतों ने देश की आजादी के लिए अपने आपको न्यौछावर कर दिया, उनके सपनों के अनुरूप देश एवं प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र में अब परिवर्तन देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही हमें सामाजिक व आर्थिक क्षेत्र में परिवर्तन देखने को मिल रहे है। इसी तरह पर्यावरण के अर्न्तगत जिस तरह की चिंता होनी चाहिए उस पर भी चिंतन हो रहा है।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, एम.एस.एम.ई. मंत्री राकेश सचान, महापौर संयुक्ता भाटिया, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एस.पी.गोयल, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एम.एस.एम.ई. नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन हेमन्त राव, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।