दैनिक इंडिया न्यूज लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विधान भवन परिसर में स्थापित उनकी प्रतिमा के सामने चित्र पर पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि महान किसान नेता चौधरी चरण सिंह ने हमेशा गांवों के विकास और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री के रूप में अपना काम किया। उन्होंने अपने सम्पूर्ण जीवन को भारतीय मूल्यों और आदर्शों के साथ जमीनी धरातल से जोड़कर अन्नदाता किसानों और श्रमिकों के कल्याण के लिए समर्पित किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि देश का विकास गांवों के विकास से होता है। गांवों के विकास और समृद्धि का आधार अन्नदाता किसान हैं और अन्नदाता किसान हमारी प्राथमिकता होने चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से अन्नदाता किसानों के लिए पूरे समर्पण भाव से काम कर रहे हैं। हमारे किसान उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और एम.एस.पी. के द्वारा सर्वाधिक लाभ प्राप्त कर रहे हैं। हमने अब तक 02 लाख 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक की गन्ना मूल्य भुगतान किसानों को किया है।
योगी आदित्यनाथ ने ट्विटर पर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देते हुए चौधरी चरण सिंह की एक तस्वीर भी साझा की। उन्होंने कहा कि चरण सिंह किसान हित एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था में व्यापक सुधार के लिए आजीवन समर्पित रहे।
गौरतलब हो कि चौधरी चरण सिंह का जन्म पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान परिवार में 23 दिसम्बर 1902 को हुआ था। वह 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। चौधरी चरण सिंह का देहांत 29 मई 1987 को हुआ था।
बात दें महात्मा गांधी के 1930 में आयोजित सविनय अवज्ञा आंदोलन की आवाज पर चौधरी चरण सिंह ने ही हिंडन नदी पर नमक बनाने के द्वारा आंदोलन में सहभागिता दिखाई थी और उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, देश के गृह मंत्री और वित्त मंत्री जैसे कई महत्वपूर्ण पदों का कार्यभार संभाला। उनके पोते जयंत सिंह चौधरी राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य हैं। चौधरी चरण सिंह के बेटे दिवंगत चौधरी अजित सिंह ने राष्ट्रीय लोकदल की स्थापना की थी और वे केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे थे।