धनञ्जय पाण्डेय दैनिक इंडिया न्यूज़ मधुबन मऊ। नगर पंचायत के शंकर मंदिर के पास से मंगलवार को गोरखपुर से आई एंटी करप्शन की टीम ने स्थानीय तहसील क्षेत्र में कार्यरत एक संग्रह अमीन राजेश लाल श्रीवास्तव को 15 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अमीन को एंटी करप्शन की टीम अपने साथ दोहरीघाट थाने ले गई। वहीं इस कार्रवाई से कस्बे में दिनभर अफरा-तफरी का माहौल बना ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पंचायत के वार्ड नंबर 13 गुप्ता गली निवासी संजय गुप्त के खिलाफ राजस्व बकाया के भुगतान न करने पर विभाग द्वारा आरसी जारी की गई है। पीड़ित संजय गुप्त के अनुसार इसी मामले में उक्त अमीन द्वारा उसे एसडीएम, तहसीलदार आदि का धौन्स जमा कर उसे जेल भेजने की धमकी दी जा रही थी। पीड़ित के अनुसार इससे पहले भी आरोपी अमीन द्वारा उससे जेल भेजे जाने का भय दिखा कर तीन अलग-अलग किस्तों में कुल 30 हजार रूपए का भुगतान लिया जा चुका है और इसकी कोई रसीद भी नहीं दी गयी है।
15 हजार की और की जा रही थी मांग
पीड़ित संजय गुप्ता के अनुसार पिछले कई दिनों से अमीन द्वारा उससे और 15 हजार रूपए की मांग की जा रही थी और न देने की सूरत में जेल भेजे जाने की धमकी दी जा रही थी। परेशान संजय गुप्त ने गोरखपुर पहुंच कर एंटी करप्शन विभाग में इसकी लिखित शिकायत की जिसके आधार पर मंगलवार को विभाग की टीम ने अमीन को रेंगे हाथों धर दबोचा।
प्लानिंग के तहत हुई कार्रवाई
पीड़ित द्वारा की गई शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन विभाग गोरखपुर की टीम मंगलवार को मधुबन बाजार में पहुंची। प्लानिंग के अनुसार संजय गुप्ता ने अमीन राजेश लाल श्रीवास्तव को रिश्वत के 15 हजार रूपए देने के लिए फोन कर मधुबन बाजार स्थित शिव मंदिर के पास बुलाया। संजय गुप्ता के पॉकेट में रखे कुल 15 हजार रूपये की गड्डी में विभाग द्वारा पहले ही पाऊडर लगाया जा चुका था। एंटी करप्शन टीम के सदस्य एक एक गतिविधियों पर बारीकी से नजर बनाए हुए थे। फोन पर हुई बात के अनुसार अमीन रिश्वत के पैसे को लेने के लिए पहुंचा।संजय गुप्ता द्वारा दिए गए रुपए की गड्डी को जैसे ही अमीन द्वारा अपने हाथ में लेकर जेब में रखने का प्रयास किया गया, टीम ने इसे धर दबोचा। नोट की गड्डी पर लगे केमिकल के आधार पर पीड़ित एवं आरोपी दोनों के हाथ रंगे हुए पाए गये।
गिरफ्तार अमीन को टीम अपने साथ ले गई
15 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए अमीन राजेश लाल श्रीवास्तव को एंटी करप्शन की टीम पकड़ कर अपने साथ दोहरीघाट थाने ले गई। रिश्वत के रूप में पकड़े गए रुपए को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा और उसी के रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। गिरफ्तार करने वाली टीम में निरीक्षक उदय प्रताप सिंह, नरेंद्र कुमार सिंह, चन्द्रभान मिश्र, शैलेन्द्र सिंह,पंकज मौर्य, विजय प्रधान, दिलीप कुमार आदि शामिल रहे।