दैनिक इंडिया न्यूज़ ,लखनऊ में रिटायर्ड आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या पैसे की लेन-देन को लेकर हुई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आईएएस ने 15 दिन पहले गोमतीनगर में 90 लाख रुपए का फ्लैट बेचा था। ये पैसा मोहिनी ने अपने पास रख लिया था। बताया जाता है, इस पैसे के बंटवारे को लेकर घर में झगड़ा भी हुआ था। इसी बात को लेकर किसी करीबी ने मोहिनी की हत्या की।
पुलिस भी हत्या के खुलासे के बेहद करीब पहुंच चुकी है। CCTV और मौके से तमाम ऐसे साक्ष्य जुटा लिए हैं, जिसके जरिए हत्यारे को आइडेंटिफाई कर लिया गया है। पुलिस कभी भी गिरफ्तारी दिखा सकती है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला, मोहिनी की हत्या पीछे से गला दबाकर की गई। सिर और पीठ पर भी चोट के निशान हैं।
सूत्रों के मुताबिक, रिटायर्ड आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे ने भी पत्नी मोहिनी दुबे को समझाने की कोशिश की थी, लेकिन वो पैसे किसी को देना नहीं चाहती थीं।
शनिवार को ही मोहिनी दुबे के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। सूत्र बताते हैं, पुलिस किसी भी समय हत्यारे और उससे जुड़े लोगों को उठा सकती है। अब तक की जांच में सामने आया कि मोहिनी परिवार में बहुत रिजर्व रहती थीं। बाहरी लोगों से भी बातचीत करना बहुत कम बताया जा रहा था।
उनके घर में सीमित लोगों की ही आवागमन रहता था। यहां तक नौकर भी उनके कमरे में बिना परमिशन नहीं जाते थे। घटना के समय मोहिनी ने दरवाजा खोला, तभी हत्यारा कमरे में एंट्री कर पाया। यह भी बताया जा रहा है कि मोहिनी को पहले से पता था कि कौन आने वाला है?
रुपये के बंटवारे को लेकर था घर में तनाव
बेचे गए फ्लैट के रुपए बंटवारे को लेकर परिवार में तनाव चल रहा था। गोमतीनगर में 90 लाख का रुपए फ्लैट बेचा गया, जिसका बंटवारा पूरा नहीं हुआ था। बताया जा रहा है, हत्या के बाद में मोहिनी की अलमारी से जेवर भी गायब हुए हैं।
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि मोहिनी दुबे के पास रिटायर्ड आईएएस की पहली पत्नी के भी जेवर और अपनी शादी के समय के जेवर भी थे। हत्यारा घर का जानकार था। यही वजह है, उसने पहले हत्या की फिर अलमारी से जेवर और कैश लेकर भाग गया।
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि हत्यारे मेन रास्ते से आए थे। इससे यह साफ हो रहा है कि घर में एंट्री करने वाला और घटना को अंजाम देने वाला पूरी तैयारी के साथ आया था। वह घर में रहने वाले लोगों के बारे में पूरी जानकारी रखता था। उसको यह भी पता था कि कौन-सा सामान कहां रखा है। इसलिए वह सीसीटीवी का DVR ही उखाड़ ले गया।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा, गला दबाकर हुई हत्या
हत्या के बाद पुलिस ने तुरंत शव का पोस्टमॉर्टम कराया। इसमें सामने आया कि गला दबाकर हत्या हुई है। सिर पर चोट के निशान मिले हैं। घटनास्थल पर आरोपी से बचने की कोशिश करते हुए संघर्ष हुआ था। इस दौरान कई जगह खून भी पड़ा मिला। वहीं, पीछे से गले को दुपट्टे से कसा गया था। पीछे से सिर पर वार भी किया गया।
पुलिस जांच में सामने आया कि सुबह 7 बजे देवेंद्र नाथ दुबे अपने ड्राइवर रवि के साथ गोल्फ क्लब के लिए निकले। इसके बाद घर में करीब साढ़े 7 पहुंचे दूधिया ने मोहिनी को दूध दिया। करीब 9 बजे देवेंद्र नाथ वापस घर पहुंचे। इस दौरान बाथरूम के पास शव पड़ा मिला। पुलिस का कहना है, करीब साढ़े 7 बजे मोहिनी की हत्या हुई। हत्या के दौरान गैस पर रखा दूध भी उबल रहा था। इस गैस जलती रही, जिससे दूध भी जल गया था।
टब में फेंका मिला पासपोर्ट और पर्स
घटनास्थल पर शव के पास बाथरूम में एक पानी से भरा टब था। इसमें पासपोर्ट, अन्य दस्तावेज और एक पर्स समेत दो बैग डूबे थे। पुलिस ने मौके से फिंगर प्रिंट के सैंपल जांच के लिए भेजे हैं।
रिटायर्ड आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे की शिकायत पर गाजीपुर पुलिस ने हत्या और लूट का मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमा अज्ञात के खिलाफ दर्ज हुआ। रिटायर्ड आईएएस ने किसी करीबी पर हत्या करने की आशंका जताई है।