ब्यूरो डीडी इंडिया न्यूज
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मठों, मन्दिरों, धर्मशालाओं एवं धर्मार्थ से जुड़ी संस्थाओं से नगर निगम द्वारा कमर्शियल दर से गृह कर व जल कर के स्थान टोकन मनी के रूप में सहयोग लिए जाने पर विचार किया जाए। उन्होंने इस सम्बन्ध में प्रस्ताव बनाकर नगर विकास विभाग से अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिए।