दैनिक इंडिया न्यूज,अयोध्या, 30 अक्टूबर, 2024 – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में दीपोत्सव-2024 के अवसर पर राम की पैड़ी पर दीप प्रज्ज्वलित कर भव्य आयोजन का शुभारंभ किया। मंत्रोच्चार के साथ सरयू नदी की आरती एवं पूजन संपन्न हुआ। इस वर्ष दीपोत्सव में 25 लाख 12 हजार 585 दीपों के प्रज्ज्वलन से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नया कीर्तिमान स्थापित हुआ, जिसका प्रमाण-पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा गया। साथ ही, 1,121 लोगों ने एक साथ सरयू नदी की आरती कर विश्व रिकॉर्ड बनाया, जिससे दीपोत्सव-2024 में दो विश्व कीर्तिमान दर्ज किए गए।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि दीपोत्सव का यह आयोजन दीप से दीप जलाकर सामाजिक और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा, “प्रभु श्रीराम का अयोध्या आगमन एक अद्भुत और अलौकिक घटना है, जो अयोध्याधाम को विश्व मानचित्र पर प्रस्तुत करता है। यह दीप केवल अज्ञान के अंधकार को ही नहीं बल्कि अन्याय और अत्याचार के अंधकार का भी विनाश करने वाले होने चाहिए।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ ताकतें देश को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं, जो त्रेता युग में रावण और उसके अनुयायियों की तरह समाज को विभाजित करने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा, “दीपोत्सव का यह कार्यक्रम हमें उन लोगों को जवाब देने का माध्यम है जो समाज को विभाजित करना चाहते हैं।”
दीपोत्सव-2024 को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने 30,000 से अधिक स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इसे जनसहभागिता का आदर्श बताया और कहा कि पहले यह आयोजन राज्य सरकार द्वारा अपने स्तर पर किया गया था, लेकिन अब यह पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत बन चुका है।
राम की पैड़ी पर आयोजित इस दिव्य दीपोत्सव के दौरान 3-डी होलोग्राफिक शो, प्रोजेक्शन मैपिंग, रामायण पर आधारित भव्य लेजर-शो और ड्रोन शो का आयोजन किया गया। इस भव्य आतिशबाजी ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मुख्यमंत्री ने रामकथा पार्क में आयोजित श्रीरामलीला की प्रस्तुतियों का भी अवलोकन किया, जिसमें विभिन्न देशों और राज्यों से आए सांस्कृतिक दलों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में नए भारत के नए उत्तर प्रदेश और नई अयोध्या की संकल्पना प्रस्तुत की, जिसमें अयोध्या को श्रीराम की सुंदरतम नगरी के रूप में स्थापित करने का दृष्टिकोण शामिल है। उन्होंने कहा कि अयोध्या का संदेश प्रदेश और देश भर में जाए, ताकि हर घर में दीपोत्सव का आनंद मनाया जा सके।