
दैनिक इंडिया न्यूज़ नई दिल्ली ।अखिल भारतीय बाल्य आयुर्विज्ञान संस्थान में बाल चिकित्सा से संबंधित विषयों पर एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें बाल चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. रश्मि गुप्ता, डॉ. धर्मेंद्र गुप्ता, राष्ट्रीय सनातन महासंघ के अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह एवं संस्थान के निदेशक डॉ. ए. के. सिंह उपस्थित रहे। संगोष्ठी में बच्चों के रोगों के उपचार एवं नवीन चिकित्सा अनुसंधानों को लेकर विस्तृत विमर्श किया गया।
संस्थान के निदेशक डॉ. ए. के. सिंह ने कहा कि संस्थान में समय-समय पर बाल रोगों के उपचार से संबंधित शैक्षणिक संगोष्ठियों का आयोजन किया जाना चाहिए, ताकि चिकित्सकों और शोधकर्ताओं को नवीनतम जानकारी मिले और मरीजों को इसका अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके। इस क्रम में, संस्थान में थेलेसीमिया से संबंधित अध्ययन दल को बहुआयामी चिकित्सीय विधाओं से अवगत कराया गया, जिससे भविष्य में इस विषय पर व्यापक शोध एवं उन्नत उपचार पद्धतियों का विकास संभव हो सके।
संस्थान में उच्च स्तरीय चिकित्सा नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय एवं स्थानीय स्तर के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाना आवश्यक है, जिससे संस्थान में चल रहे अनुसंधानों को उनके अनुभवों से समृद्ध किया जा सके। इन संगोष्ठियों का उद्देश्य विशेषज्ञों के शोध एवं नवीन चिकित्सा पद्धतियों को साझा करना तथा उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देना होना चाहिए। इसके अतिरिक्त, संस्थान शीघ्र ही बाल चिकित्सा के विभिन्न विशेषज्ञ क्षेत्रों में नई फैकल्टी की नियुक्तियों के लिए प्रयासरत है, जिससे संस्थान की चिकित्सा एवं अनुसंधान क्षमताओं में और अधिक वृद्धि हो सके।