
किसानों से संवाद, सिंचाई पद्धतियों और खाद्य उद्योगों का स्थलीय अवलोकन
किसानों को अनुदान और उद्यमियों को रोजगार का मिल रहा लाभ
दैनिक इंडिया न्यूज, मऊ (उत्तर प्रदेश)।
किसानों तक योजनाओं की वास्तविक पहुंच और उनकी उपयोगिता का आकलन करने के उद्देश्य से उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, उत्तर प्रदेश के निदेशक डॉ. भानु प्रकाश राम ने शनिवार को जनपद मऊ का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों का स्थलीय निरीक्षण किया और किसानों एवं उद्यमियों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं और सफलताओं को समझा।
डॉ. राम ने विकासखंड रानीपुर के पलिया गांव में “पर ड्रॉप मोर क्रॉप” योजना के अंतर्गत लाभार्थी संतोष सिंह के खेत में एक हेक्टेयर में स्थापित मिनी स्प्रिंकलर सिंचाई पद्धति का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निजी कंपनी बालसन पाली प्लास्ट द्वारा उपलब्ध कराई गई सामग्री की गुणवत्ता एवं उपयोगिता की जानकारी भी ली।
इसके अलावा परदहां ब्लॉक के भवनाथपुर, आदेडीह एवं अन्य गांवों में 8 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थापित मिनी स्प्रिंकलर सिंचाई पद्धति का अवलोकन कर किसानों से योजना की सफलता और उसके लाभों पर फीडबैक लिया। किसानों ने बताया कि इस तकनीक से जल संरक्षण, उत्पादन लागत में कमी और फसल की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
निदेशक ने मऊ शहर के भीटी क्षेत्र में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत स्थापित नमकीन उद्योग का निरीक्षण किया। उन्होंने लाभार्थी गीता देवी को फूड सेफ्टी मानकों का पालन करने की सलाह दी और कहा कि इस योजना के तहत आइसक्रीम, मसाला उद्योग सहित अनेक खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को 10 लाख रुपये तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों स्तरों पर रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं।
डॉ. राम ने जानकारी दी कि जनपद मऊ में ड्रिप सिंचाई, मिनी स्प्रिंकलर और पोर्टेबल स्प्रिंकलर पद्धतियों के लिए 1400 हेक्टेयर का लक्ष्य भेजा गया है। अब तक 200 से अधिक किसानों ने 230 हेक्टेयर क्षेत्र में इन तकनीकों को अपनाया है। किसानों को 20 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक का अनुदान योजनानुसार प्रदान किया जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने राजकीय अलंकृत उद्यान, चंद्रभानपुर का भी भ्रमण किया और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में गुणवत्तापूर्ण शाकभाजी बीज उत्पादन को बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला उद्यान अधिकारी संदीप कुमार गुप्त को लक्ष्य प्राप्ति हेतु किसानों के बीच नियमित भ्रमण करने और निर्माता कंपनियों व जिला रिसोर्स पर्सन के साथ समन्वय बढ़ाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर अरुण कुमार यादव (योजना प्रभारी), चंद्रभान राम, सुनील कुमार गुप्त, डीआरपी ज्योतिष कुमार, बालसन कंपनी के स्टेट हेड संजय सिंह सहित कई विभागीय अधिकारी एवं प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने निदेशक के निर्देशों को जल्द लागू करने का आश्वासन दिया।