दैनिक इंडिया न्यूज़ ,लखनऊ, 7 सितंबर 2024:* गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर समस्त राष्ट्रवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं! राष्ट्रीय सनातन महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने इस विशेष अवसर पर देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा, “भगवान गणेश की कृपा से राष्ट्र में शांति, समृद्धि, और एकता का मार्ग प्रशस्त हो। गणेश चतुर्थी का पर्व हमें विघ्नों को दूर करने और जीवन में समृद्धि प्राप्त करने का संदेश देता है।”
गणेश चतुर्थी का महत्व
गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, जिन्हें समस्त देवताओं में प्रथम पूज्य का स्थान प्राप्त है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है, जो जीवन के हर कष्ट और बाधा को दूर करने में समर्थ हैं। वैदिक शास्त्रों के अनुसार, गणेश जी की पूजा सभी मंगल कार्यों से पहले की जाती है ताकि समस्त कार्य बिना किसी विघ्न के पूरे हो सकें।
“वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥”
यह श्लोक इस बात को इंगित करता है कि भगवान गणेश जीवन के सभी कार्यों को निर्विघ्न और सफल बनाने की शक्ति रखते हैं। उनकी पूजा से जीवन में आने वाले सभी प्रकार के संकट और समस्याएं दूर हो जाती हैं।
गणेश जी की पूजा से दूर होने वाले विघ्न
भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में कई तरह की कठिनाइयां और बाधाएं दूर होती हैं। उनके आशीर्वाद से मनुष्य के जीवन में निम्नलिखित विघ्न और समस्याओं का निवारण होता है:
- आर्थिक संकट से मुक्ति:
गणेश जी को समृद्धि का देवता माना जाता है। उनकी पूजा से व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है। व्यापार या नौकरी में आ रही बाधाओं का नाश होता है और समृद्धि की प्राप्ति होती है। - बुद्धि और ज्ञान की प्राप्ति:
गणेश जी को बुद्धि का अधिपति माना जाता है। उनकी आराधना से व्यक्ति को विवेक, ज्ञान, और सही निर्णय लेने की शक्ति प्राप्त होती है। शिक्षा और कैरियर से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान मिलता है। - संबंधों में मधुरता:
गणेश जी की कृपा से परिवार और समाज में संबंधों में मधुरता आती है। किसी भी प्रकार के विवाद या मनमुटाव की स्थितियों में उनका आशीर्वाद सुलह और शांति की दिशा में ले जाता है। - स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं:
गणेश जी की आराधना से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का निवारण होता है। विघ्नहर्ता के रूप में वे बीमारियों को दूर करने और स्वास्थ्य में सुधार का आशीर्वाद देते हैं। - विवाह और संतान प्राप्ति:
गणेश जी की पूजा से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही, संतान प्राप्ति की कामना करने वालों को भी उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। - विघ्न और संकटों का नाश:
भगवान गणेश की पूजा से जीवन में आने वाले अनजान संकटों और विघ्नों का नाश होता है। किसी भी कार्य में आने वाली कठिनाइयां दूर हो जाती हैं और व्यक्ति को सफलता प्राप्त होती है।
गणेश चतुर्थी पर पूजा का विशेष महत्व
गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन लोग भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते हैं और विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं। उनकी कृपा से व्यक्ति को जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और उसका मार्ग सरल हो जाता है। गणेश जी की आराधना से मन, वाणी, और कर्म में शुद्धता आती है, जिससे जीवन में हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
इस प्रकार, गणेश चतुर्थी का पर्व केवल धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं, बल्कि जीवन में आने वाले विघ्नों को दूर करने और समृद्धि, शांति, और सफलता की प्राप्ति का महत्वपूर्ण अवसर है।