दैनिक इंडिया न्यूज, लखनऊ। प्रीति नगर गायत्री महिला प्रज्ञा युवा मंडल अंतर्गत शक्तिपीठ हरी नगर दुगावां द्वारा पावन प्रज्ञा पुराण कथा के तीसरे दिन कथावाचक श्रीमती निष्ठा रस्तोगी दीदी ने श्रीमद्प्रज्ञा पुराण में दिए गए भगवान विष्णु और महर्षि नारद के संवाद मे दिए गये मूल्यावान मनुष्य जीवन के महत्व के बारे मे चर्चा करते हुए अनेको उदाहरणो द्वारा आज के समय मे राष्ट्र निर्माण हेतु इस जीवन को कैसे लगा सकते है के बारे मे बताया।किसान पक्षी की कथा, चंदन के बाग और लकड़हारे की कहानी जैसी अनेक कहानियो को सुनाते हुए रस मयी कथा के अंतिम सत्र को पूरा किया।
शाम 6 बजे से 1008 वेदीय गायत्री दीप यज्ञ प्रारम्भ हुआ। गायत्री मिशन के भाव भरे गीत गाये गये और दीप यज्ञ की महत्ता बताते हुए युग ऋषि एवं शांतिकुंज हरिद्वार का परिचय देते हुए अपने सन्देश मे सभी पधारे श्रोताओं से ज़ब भी समय मिले तो शांतिकुंज जाने का भी निवेदन किया।
देव मंच पर विराजमान कथा टोली का भाव भरा स्वागत श्रीमती एवं श्री मुकेश जी, संजय शुक्ला अधिवक्ता, उमेश जायसवाल एवं शिव भगवान दीक्षित एवं श्रीमती प्रतिपाल कुमारी ने मंगल तिलक एवं माल्यार्पण करके किया।
आज की कथा मे गायत्री परिवार के वरिष्ठ भाई समन्वयक अली गंज जोन श्री के बी सिंह जी पधारे और पूरे कार्यक्रम मे उपस्थित रहे।
कथा मे विषय से जुड़े विभिन्न गीत संगीत टोली कि सदस्या विमला गुप्ता, निशा, रेखा मुकुल, आशा श्रीवास्तव, प्रभा श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत किये संगीत की संगत मीना कुमारी एवं संदीप भैया ने करते हुए “गजानन कर दो बेडा पार”, “वृंदावन धाम अपार जापे जा राधे राधे “,”क्या तन माँजता है रे एक दिन माटी मे मिल जाना “,”जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया “, “संतन के संग लाग रे तेरी बिगड़ी बनेगी “आदि गीतों एवंश्री राम और श्रीमन नारायण संकीर्तन के माध्यम से प्रस्तुत किये।
कार्यक्रम संयोजक श्री इंद्रेश मिश्रा जी ने सभी लोगों से आग्रह किया है कि कल रविवार 11-2-24 को पंच कुंडीय गायत्री महा यज्ञ प्रातः 9 बजे से होगा। कल इस यज्ञ मे पुंसवन, नामकरण, अन्न प्राशन, विद्यारम्भ, उपनयन, दीक्षा, जन्मदिन एवं विवाह दिवस आदि सभी संस्कार होंगे उन्होंने विनम्र प्रार्थना की है कि अधिक से अधिक लोग इस यज्ञ का लाभ उठाये।