
दैनिक इंडिया न्यूज़ ,लखनऊ। राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सनातन महासंघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि “भारत के चिकित्सक न केवल जीवन रक्षक हैं बल्कि समाज को स्वस्थ एवं सशक्त बनाने की दिशा में उनका योगदान अतुलनीय है।”

उन्होंने कहा कि इस वर्ष राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस की थीम ‘Healing Hands, Caring Hearts’ (उपचारक हाथ, दयालु हृदय) अत्यंत सार्थक है, क्योंकि यह चिकित्सकों के उस समर्पण को दर्शाती है जिसमें वे दिन-रात अपने ज्ञान, परिश्रम और संवेदनशीलता से असंख्य परिवारों को जीवन का उपहार देते हैं।

अध्यक्ष ने कहा कि सनातन संस्कृति में वैद्य (चिकित्सक) को देवतुल्य माना गया है। आयुर्वेदाचार्य सुश्रुत और चरक की परंपरा से लेकर आज के आधुनिक चिकित्सकों तक, भारतीय चिकित्सा पद्धति ने न केवल भारत बल्कि सम्पूर्ण विश्व को स्वास्थ्य का मार्ग दिखाया है। उन्होंने उदाहरण स्वरूप कहा कि जिस प्रकार भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए, उसी प्रकार चिकित्सक भी समाज में अमृत तुल्य जीवन शक्ति का संचार करते हैं।

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जब स्वास्थ्य चुनौतियां बढ़ रही हैं, ऐसे में चिकित्सकों का सशक्त होना और उनके प्रति समाज में सम्मान का भाव जागृत रहना आवश्यक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वस्थ भारत – सशक्त भारत’ अभियान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इस अभियान की सफलता में चिकित्सकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना, जन औषधि केंद्र, डिजिटल हेल्थ मिशन जैसे नवाचारों का उल्लेख किया, जिनसे चिकित्सकों को भी लाभ मिला है और गरीब से गरीब व्यक्ति को उपचार की सुविधा प्राप्त हो रही है।

राष्ट्रीय सनातन महासंघ अध्यक्ष ने यह भी कहा कि कोरोना महामारी के दौरान चिकित्सकों ने ‘कोरोना योद्धा’ बनकर जो योगदान दिया, उसे भारत कभी नहीं भूल सकता। उन्होंने कहा कि आज जरूरत है कि ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं को और मजबूत किया जाए, जिससे ‘स्वस्थ गांव – स्वस्थ भारत’ का सपना साकार हो सके।
जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा, “संवेदनशील चिकित्सक ही सच्चे अर्थों में राष्ट्र निर्माता होते हैं। उनका धैर्य, करुणा और निस्वार्थ सेवा भाव, उन्हें अन्य सभी पेशों से अलग करता है। हम सभी का कर्तव्य है कि इन Healing Hands और Caring Hearts का सम्मान करें।”
अध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रीय सनातन महासंघ द्वारा आने वाले समय में चिकित्सकों के सम्मान में विशेष आयोजन भी प्रस्तावित हैं ताकि उनकी निष्ठा और सेवा को समाज के हर वर्ग तक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया जा सके। उन्होंने चिकित्सकों से अपील की कि वे अपनी प्रतिभा और ज्ञान से भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी नेतृत्व प्रदान करें।
इस अवसर पर उन्होंने डॉ सी एम सिंह निदेशक राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, डा संजीव मिश्रा कुलपति,अटल बिहारी वाजपेई चिकित्सा विश्वविद्यालय ,प्रो शरद कुमार कल्याण सिंह कैंसर संस्थान, डा वर्षा वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञ पूना,डा पुनीत महलोत्रा वरिष्ठ गेस्ट्रो चिकित्सक ,डा संगीता महलोत्रा वरिष्ठ महिला चिकित्सक डा अभिषेक शुक्ल निदेशक आस्था वृद्ध चिकित्सा संस्थान,डा बी पी सिंह निदेशक मिडलैंड चिकित्सा संस्थान, डा अभिषेक तोमर वरिष्ठ चिकित्सक मिडलैंड चिकित्सा संस्थान,बी आर डी चिकित्सालय महानगर लखनऊ के चिकित्सकों डा रंजीत कुमार दीक्षित सीएमएस, डा आर के गुप्ता,डा देव,डा एस के सिंह आदि का सम्मान जितेन्द्र प्रताप सिंह अध्यक्ष, राष्ट्रीय सनातन महासंघ द्वारा से व्यक्तिगत रूप से भेंट कर राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित कीं।