दैनिक इंडिया न्यूज, नई दिल्ली, 3 नवंबर: राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है। आज शहर के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक स्तर पर पहुँच गया है, जिससे जनजीवन पर गहरा असर पड़ रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के प्रमुख इलाकों जैसे आनंद विहार, जहांगीरपुरी, और आर.के. पुरम में AQI 400 से अधिक दर्ज किया गया है, जो “गंभीर” श्रेणी में आता है। इस स्तर पर प्रदूषण विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों, और श्वसन संबंधी रोगों से पीड़ित लोगों के लिए नुकसानदायक है।
दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य चेतावनी जारी की है और लोगों से घर के अंदर रहने की अपील की है। स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं, और खुले स्थानों पर खेल गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। प्रदूषण पर काबू पाने के लिए सरकार सड़कों पर पानी का छिड़काव और निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध जैसे कदम उठा रही है, लेकिन फिलहाल हालात में सुधार नहीं दिख रहा है।
इस गंभीर स्थिति पर राष्ट्रीय सनातन महासंघ ने सरकार को संदेश भेजते हुए बढ़ते प्रदूषण पर ठोस कदम उठाने की अपील की है। महासंघ ने कहा कि स्वच्छ वायु हर नागरिक का अधिकार है, और सरकार को इस दिशा में तुरंत प्रभावी नीतियां लागू करनी चाहिए। महासंघ के अध्यक्ष जितेन्द्र प्रताप सिंह ने केंद्र सरकार से पराली जलाने की समस्या के समाधान के लिए अन्य राज्यों के साथ मिलकर आपात बैठक बुलाने का अनुरोध किया है। उनका कहना है कि बिना ठोस कदमों के दिल्लीवासियों को सांस लेने में परेशानी से राहत नहीं मिल सकेगी।
दिल्ली के नागरिकों ने भी सरकार से अपील की है कि वह इस समस्या को गंभीरता से ले और जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए ताकि लोगों को स्वच्छ हवा मिल सके और उनका स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।