दैनिक इंडिया न्यूज़,19 Nov 2024 नई दिल्ली।दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए शिक्षा व्यवस्था में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। दिल्ली सरकार ने नर्सरी से कक्षा 5 तक के स्कूलों को बंद कर ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का निर्णय लिया था। इसके साथ ही, दिल्ली विश्वविद्यालय ने 23 नवंबर तक सभी कक्षाओं को ऑनलाइन आयोजित करने का निर्णय लिया और इस संदर्भ में आधिकारिक अधिसूचना जारी की।
हालांकि, दैनिक इंडिया न्यूज़ द्वारा इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाए जाने और कक्षा 6 से 12 तक की कक्षाओं पर सवाल खड़े करने के बाद, दिल्ली सरकार ने इसे गंभीरता से लिया। सरकार ने सुझावों को प्राथमिकता देते हुए नर्सरी से 12वीं तक सभी कक्षाओं को स्थगित करने और उन्हें भी ऑनलाइन मोड में स्थानांतरित करने का ऐलान किया।
इस निर्णय के बाद, राष्ट्रीय सनातन महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने दिल्ली सरकार को धन्यवाद दिया और प्रदूषण के खिलाफ उठाए गए इस कदम के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की। उन्होंने कहा कि यह निर्णय बच्चों और युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है।
महत्वपूर्ण निर्णय और अन्य कदम:
निर्माण और तोड़-फोड़ कार्यों पर रोक।
दिल्ली मेट्रो द्वारा अतिरिक्त ट्रिप की शुरुआत।
सड़कों की यांत्रिक सफाई और पानी का छिड़काव बढ़ाना।
BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध।
यह कदम ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण के तहत उठाए गए हैं। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) “गंभीर” श्रेणी में पहुंच गया है, जिससे बच्चों और नागरिकों के स्वास्थ्य पर खतरा बढ़ गया है।
इस निर्णय ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए शिक्षा विभाग और सरकार की तत्परता को दर्शाया है। अब यह केंद्र और राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि वे प्रदूषण नियंत्रण के दीर्घकालिक उपायों पर विचार करें।
दिल्ली के स्कूल और कॉलेज अब प्रदूषण का स्तर सामान्य होने के बाद ही खोले जाएंगे।