

पाकिस्तान को चेतावनी अब म्यांमार जैसी कार्यवाही तय!

दैनिक इंडिया न्यूज़,लखनऊ | 23 अप्रैल 2025
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश के हिंदू समाज को झकझोर कर रख दिया है। पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित इस हिंदू नरसंहार में, आतंकियों ने कलावा देखकर तीर्थयात्रियों को गोली मार दी, जिससे यह साफ़ हो गया कि यह हमला एक सोची-समझी सांप्रदायिक साजिश है।

इस निर्मम नरसंहार के विरोध में लखनऊ में राष्ट्रीय सनातन महासंघ और संत समाज के नेतृत्व में सरदार पटेल प्रतिमा स्थल पर जोरदार प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शन में हज़ारों संत, भक्त, और समाजसेवी शामिल हुए और आतंकवाद के विरुद्ध एक स्वर में हुंकार भरी।
“भारत चुप है, पर कायर नहीं” — जितेंद्र प्रताप सिंह
राष्ट्रीय सनातन महासंघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने मंच से पाकिस्तान और आतंकियों को स्पष्ट चेतावनी दी:
“अगर तुम नहीं सुधरे, तो याद रखो — भारत ने म्यांमार में आतंकियों के ठिकानों को घुसकर नेस्तनाबूद किया था। वही हाल तुम्हारा भी होगा। भारत कायर नहीं, संयमी है। पर जब सनातन धर्म के भक्तों पर वार होता है, तो हम शस्त्र भी उठाना जानते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि “अब केवल श्रद्धांजलि नहीं चाहिए, अब न्याय चाहिए। केंद्र सरकार को जवाब देना ही होगा।”
संत समाज ने साधा सरकार पर भी निशाना
प्रदर्शन में उपस्थित स्वामी कौशिक महाराज, संत विवेक तांगड़ी, और चिन्मयानंद मिशन जैसे अनेक धार्मिक संगठनों ने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की कि:
“कश्मीर में हिंदुओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र की है। अगर अब भी कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो सनातन समाज चुप नहीं बैठेगा। हम लोकतांत्रिक मर्यादाओं में रहकर जनजागरण का बिगुल बजाएंगे।”
कलावा देखकर हत्या — क्या यह मानवता है?
हमले की सबसे हृदयविदारक बात यह रही कि आतंकियों ने पहले तीर्थयात्रियों से उनका धर्म पूछा, फिर हाथ में बंधे कलावे को देखकर गोली मारी। इस बात ने पूरे हिंदू समाज को आक्रोशित कर दिया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा, पर भारत चाहता है ठोस जवाब
अमेरिका, फ्रांस, इजरायल सहित कई देशों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और भारत को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में समर्थन का आश्वासन दिया है। लेकिन भारत का जनमानस अब केवल निंदा नहीं, “एक्शन” चाहता है।