
एफओबी, लिफ्ट, एस्केलेटर और उच्चतल प्लेटफॉर्म से यात्रियों को मिल रही बेहतरीन सुविधाएं
वर्ष 2024-25 में 64 स्टेशनों पर हुआ प्लेटफॉर्म विस्तार, कई कार्य प्रगति पर
दैनिक इंडिया न्यूज़ ,वाराणसी। पूर्वोत्तर रेलवे का वाराणसी मंडल यात्रियों को उन्नत एवं संरक्षित सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार कार्य कर रहा है। इन्फ्रास्ट्रक्चर के सुदृढ़ीकरण और सुविधाओं के विस्तार के लिए मंडल में व्यापक स्तर पर निर्माण कार्य पूरे किए गए हैं। वित्त वर्ष 2024-25 में एफओबी (फुट ओवर ब्रिज), लिफ्ट, एस्केलेटर और उच्चतल प्लेटफॉर्म का निर्माण कार्य विभिन्न स्टेशनों पर पूरा कर यात्रियों के लिए खोल दिया गया है।
वाराणसी मंडल के छह प्रमुख स्टेशनों—बनारस, वाराणसी सिटी, मैरवा, बलिया, सुरेमनपुर और प्रयागराज रामबाग पर कुल 12 लिफ्ट लगाए गए हैं। वहीं, मंडल के 10 प्रमुख स्टेशनों पर अब कुल 23 लिफ्ट कार्यरत हैं, जबकि बलिया और प्रयागराज रामबाग में अतिरिक्त लिफ्ट लगाने का कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा अन्य स्टेशनों पर 22 लिफ्ट लगाने की स्वीकृति दी जा चुकी है।
यात्रियों की सुविधा के लिए आठ स्टेशनों—बनारस, बलिया, मऊ, सीवान, गाजीपुर सिटी, छपरा, देवरिया सदर और मैरवां—पर अब तक आठ सेट स्वचालित सीढ़ियाँ (एस्केलेटर) स्थापित की जा चुकी हैं। आगामी समय में अन्य स्टेशनों पर 22 सेट स्वीकृत हैं।
फुट ओवर ब्रिज के क्षेत्र में भी मंडल ने उल्लेखनीय प्रगति की है। वित्त वर्ष 2024-25 में गाजीपुर घाट, खुरहट, आजमगढ़, खोरासन रोड, दीदारगंज, घुघुली, प्रयागराज रामबाग, झूंसी और कप्तानगंज जैसे नौ स्टेशनों पर एफओबी निर्माण कार्य संपन्न हुआ है। वहीं, दूसरे एफओबी का निर्माण बनारस, आजमगढ़, वाराणसी सिटी, देवरिया सदर, भटनी और प्रयागराज रामबाग में किया गया है। छपरा और झूंसी में तीसरे एफओबी भी मौजूद हैं।
उच्चतल प्लेटफॉर्म निर्माण के तहत प्रयागराज रामबाग, झूंसी, शहबाजकुली और बेल्थरारोड पर कुल 10 प्लेटफॉर्म तैयार किए गए हैं। इससे यात्रियों के लिए ट्रेनों में चढ़ना-उतरना अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक हो गया है।
अब तक मंडल के 64 स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म विस्तारीकरण का कार्य पूरा किया जा चुका है, जबकि 19 अन्य स्टेशनों पर यह कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त, आठ स्टेशनों पर 12 मीटर लम्बाई के एफओबी के निर्माण का कार्य भी जारी है।
स्टेशनों पर एस्केलेटर और लिफ्ट की सुविधा न केवल यात्रियों को एक प्लेटफॉर्म से दूसरे पर जाने में सुविधा देती है, बल्कि बुजुर्ग, दिव्यांग और सामान लिए यात्रियों के लिए यह विशेष रूप से सहायक सिद्ध हो रही है। इन आधुनिक सुविधाओं से पूर्वोत्तर रेलवे का वाराणसी मंडल यात्रियों के लिए एक मॉडल इन्फ्रास्ट्रक्चर के रूप में उभर रहा है।