
संविधान हत्या’ से ‘संस्कृति की महिमा’ तक—मोदी ने दिया जनजागरण का संदेश

दैनिक इंडिया न्यूज़, लखनऊ।भारतीय जनता पार्टी के शंकरपुरवा तृतीय वार्ड, पूर्वी मण्डल–2 द्वारा रविवार को आयोजित “मन की बात” कार्यक्रम एक प्रेरणादायक और गरिमामय माहौल में संपन्न हुआ। यह आयोजन खुर्रमनगर स्थित पंतनगर संस्कृति समिति (रामलीला मैदान) में सम्पन्न हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो संवाद “मन की बात” के 123वें संस्करण को सामूहिक रूप से सुना गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और क्षेत्रीय नागरिकों ने भाग लिया।

प्रधानमंत्री मोदी जी ने इस बार के “मन की बात” कार्यक्रम में जिन विषयों पर विशेष बल दिया, उनमें आपातकाल के दौर की भयावहता, योग की वैश्विक स्वीकार्यता, और धार्मिक यात्राओं के सामाजिक-सांस्कृतिक पक्ष शामिल थे। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “आपातकाल लगाने वालों ने न केवल लोकतंत्र की हत्या की, बल्कि न्यायपालिका को भी गुलाम बनाने का प्रयास किया।” उन्होंने 50 वर्ष पूर्व की उस काली रात को याद करते हुए इसे “संविधान हत्या दिवस” करार दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमें हर क्षण सजग रहना चाहिए। उन्होंने मोरारजी देसाई, अटल बिहारी वाजपेयी और जगजीवन राम जैसे लोकतांत्रिक सेनानियों की ऐतिहासिक रिकॉर्डिंग भी साझा कीं, जिससे उपस्थित जनसमूह भाव-विभोर हो गया।
इसके अलावा उन्होंने “Yoga for One Earth, One Health” थीम के तहत योग की सार्वभौमिक उपयोगिता पर बल दिया और बताया कि कैसे यह भारत से निकली विचारधारा आज वैश्विक चेतना का हिस्सा बन चुकी है। उन्होंने धार्मिक और सांस्कृतिक यात्राओं को “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की भावना से जोड़ते हुए सेवा और एकता का प्रतीक बताया।
कार्यक्रम के आयोजक और वार्ड पार्षद उमेश चंद्र सनवाल की देखरेख में सम्पूर्ण व्यवस्था उत्कृष्ट रही। उन्होंने सभी उपस्थित कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी जी का हर ‘मन की बात’ केवल संवाद नहीं, बल्कि राष्ट्रनिर्माण का शंखनाद है। आज उन्होंने लोकतंत्र की रक्षा का जो संदेश दिया, वह प्रत्येक कार्यकर्ता के लिए एक प्रेरणा है। उनके द्वारा योग और सांस्कृतिक मूल्यों को जो सम्मान मिला है, उससे भारत की आत्मा पुनः जागृत हो रही है।”
नगर अध्यक्ष आनन्द द्विवेदी ने कहा, “मोदी जी के शब्दों में देश की चेतना बसती है। आज जब उन्होंने आपातकाल की सच्चाई को उजागर किया, तो यह केवल इतिहास को नहीं दोहराना था, बल्कि युवाओं को जागरूक करने का आह्वान भी था। योग और धार्मिक यात्राओं के माध्यम से उन्होंने भारत की शक्ति और शांति का संदेश दिया।”
कार्यक्रम में मंडल के समस्त पदाधिकारी, वार्ड अध्यक्ष, बूथ अध्यक्ष, शक्ति केंद्र संयोजक, मोर्चों के सभी पदाधिकारी, सक्रिय सदस्य एवं क्षेत्रीय सम्मानित नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में समय की अनुशासनप्रियता का विशेष पालन करते हुए सभी ने प्रातः 10 बजे तक अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।