सीएम योगी का आह्वान: विकास और एकता से प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे
राष्ट्रीय सनातन महासंघ अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने गणतंत्र दिवस पर दिया एकता और सद्भावना का संदेश
दैनिक इंडिया न्यूज़ लखनऊ। लखनऊ के राजभवन में 76वें गणतंत्र दिवस का भव्य आयोजन हुआ, जहां प्रदेशभर से आए विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया गया। महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सद्भावना भेंट करते हुए गणतंत्र दिवस की शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया।
कार्यक्रम की विशेषता भारत के संविधान की हिंदी और अंग्रेजी में मूल प्रति का प्रदर्शन था, जिस पर पुष्प अर्पित कर सम्मान व्यक्त किया गया। इस अवसर पर गणमान्य अतिथियों ने देश की संवैधानिक विरासत को नमन करते हुए शुभकामनाएं साझा कीं।
राष्ट्रीय सनातन महासंघ के अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने भी सामाजिक, आध्यात्मिक और प्रशासनिक क्षेत्रों के अधिकारियों से भेंट की और गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए उनके कुशलक्षेम का हाल जाना। इस कार्यक्रम ने प्रदेश में एकता और सद्भावना का संदेश देते हुए गणतंत्र दिवस की महिमा को और गौरवशाली बना दिया।
राजभवन का भव्य प्रांगण आज उत्सव और सम्मान का गवाह बना, जब 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशिष्टजनों को शुभकामनाएं देकर इस ऐतिहासिक दिन को यादगार बना दिया।
सुबह की सुनहरी धूप और तिरंगे की छांव में सजे राजभवन में देशभक्ति की भावना हर ओर महसूस की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय गान और दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसके बाद मंच पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने देश के निर्माण में विशिष्ट योगदान देने वाले गणमान्य नागरिकों का स्वागत किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा, “गणतंत्र दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि देश की अस्मिता और गौरव का प्रतीक है। हमें मिलकर अपने संविधान के आदर्शों को साकार करना है।” मुख्यमंत्री योगी ने अपने संदेश में विकास और एकता पर जोर देते हुए कहा, “आज हमें इस बात का संकल्प लेना चाहिए कि हम सब मिलकर इस राज्य और देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।”
कार्यक्रम के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया गया। संगीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को और खास बना दिया।
इस विशेष दिन पर राजभवन का हर कोना देशभक्ति के रंग में रंगा दिखा। विशिष्टजनों ने भी राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मुलाकात कर देश के लिए अपना योगदान देने का वादा किया।
गणतंत्र दिवस की यह भव्यता न केवल राजभवन की दीवारों तक सीमित रही, बल्कि राज्य के हर नागरिक के हृदय में गर्व और उत्साह का संचार कर गई।