राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी अनिवार्य: मुख्यमंत्री

दीपेश नायर को प्रो. यशवंतराव केलकर पुरस्कार, समाज सेवा के उत्कृष्ट कार्यों का सम्मान

धर्मांतरण विरोधी अभियानों पर सख्त रुख, समाज के जागरूक नागरिकों की भूमिका महत्वपूर्ण

दैनिक इंडिया न्यूज़,लखनऊ, 24 नवंबर 2024: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परस्पर एकता और एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान ही समाज को मजबूत कर सकता है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जैसी संगठनों को राष्ट्र निर्माण में अपनी ऊर्जा और शक्ति का सदुपयोग करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह विचार एक समारोह के दौरान व्यक्त किए, जहां युवा शोधकर्ता दीपेश नायर को प्रो. यशवंतराव केलकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

उन्होंने कहा कि दीपेश नायर ने समाज के उपेक्षित वर्गों के साथ जुड़कर उनका उत्थान करने का कार्य किया है। उनका कार्य एक प्रेरणा है और यह प्रमाणित करता है कि समाज सेवा के लिए नई सोच और निष्ठा जरूरी है।

धर्मांतरण जैसे देश विरोधी कार्यों पर कार्रवाई आवश्यक

मुख्यमंत्री ने धर्मांतरण के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे राष्ट्र विरोधी गतिविधि करार दिया। उन्होंने कहा, “यह सरकार या संगठन का अकेला दायित्व नहीं है, बल्कि हर राष्ट्रभक्त नागरिक का कर्तव्य है कि वह ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगाए। समाज के प्रबुद्धजनों और जागरूक नागरिकों को इस दिशा में मिलकर कार्य करना चाहिए।”

उन्होंने वर्ष 2019-20 की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि दिल्ली के बटाला हाउस से जुड़े एक रैकेट का भंडाफोड़ किया गया था, जिसमें मूक-बधिर बच्चों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। इस मामले में अदालत ने दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। मुख्यमंत्री ने कहा, “ऐसे छद्म तत्व समाज में छिपकर धर्मांतरण जैसी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं, जिन्हें रोकना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।”

एटॉमिक पावर के सदुपयोग पर बल

मुख्यमंत्री ने विज्ञान और ऊर्जा के उपयोग के संदर्भ में कहा कि एटॉमिक पावर के दो पक्ष हैं—यह सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा का स्रोत बन सकता है या विनाशकारी हथियार। उन्होंने कहा, “यह इस पर निर्भर करता है कि इसका उपयोग करने वाले लोग किस दिशा में काम कर रहे हैं। विज्ञान निरपेक्ष हो सकता है, लेकिन मनुष्य की बुद्धि सापेक्ष होती है। हमें इसका सदुपयोग सुनिश्चित करना चाहिए।”

दिव्यांगजनों को आरक्षण और अवसर

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दिव्यांगजनों के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को चार प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है, जिसमें 16 से अधिक श्रेणियां शामिल हैं। उन्होंने कहा, “यदि हम दिव्यांगजनों को प्रशिक्षित करेंगे और उन्हें मंच प्रदान करेंगे, तो वे हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। प्रतिभा किसी भी व्यक्ति, जाति, मत या मजहब की मोहताज नहीं होती।”

राष्ट्र निर्माण के लिए मिलकर काम करने का आह्वान

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के शताब्दी वर्ष तक विकसित भारत का लक्ष्य तय किया है। इसे साकार करने के लिए सभी नागरिकों, विशेष रूप से युवाओं को एकजुट होकर काम करना होगा।

टीच संस्थाओं की भूमिका की सराहना

मुख्यमंत्री ने दीपेश नायर और ‘टीच’ जैसी संस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि ये संगठन समाज में जागरूकता फैलाने और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान दे रहे हैं। उन्होंने युवाओं से इसी प्रकार सकारात्मक सोच और कर्मठता के साथ समाज के लिए कार्य करने का आग्रह किया।

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