लखनऊ में 1028 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास

राजनाथ सिंह बोले— 2027 तक भारत बनेगा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

नितिन गडकरी ने कहा— अगले दो वर्षों में यूपी का हाईवे नेटवर्क अमेरिका से बेहतर होगा

हरेंद्र सिंह दैनिक इंडिया न्यूज़ 14 फरवरी 2025 लखनऊ: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ में 1028 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें मुंशी पुलिया फ्लाईओवर और खुर्रमनगर फ्लाईओवर जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं।

यूपी को मिलेगा आधुनिक सड़क और परिवहन ढांचा: नितिन गडकरी

इस अवसर पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश तेजी से आधुनिक बुनियादी ढांचे की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य उत्तर प्रदेश को भारत के सबसे विकसित राज्यों में शामिल करना है। अगले दो वर्षों में यूपी का नेशनल हाईवे नेटवर्क अमेरिका से भी बेहतर होगा।”

अमित टंडन अपने समर्थकों के साथ

गडकरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों में इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में ऐतिहासिक निवेश किया गया है। उन्होंने कहा, “वर्ष 2004 से 2014 तक 10 वर्षों में अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर पर मात्र 1.78 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, लेकिन 2014 से 2024 के बीच हमने इस क्षेत्र में 28 लाख 52 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है। यह अभूतपूर्व है।”

गडकरी ने लखनऊ सहित पूरे उत्तर प्रदेश में विभिन्न सड़क और हाईवे परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी:

12 हजार करोड़ रुपये की लागत से प्रयागराज-वाराणसी 125 किलोमीटर 6-लेन हाईस्पीड कॉरिडोर
12 हजार करोड़ रुपये की लागत से प्रयागराज में यमुना नदी पर नैनी पुल के समानांतर नया पुल
22 हजार करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी-कोलकाता 620 किमी लंबा 6-लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे
12 हजार करोड़ रुपये की लागत से 440 किमी लंबा 6-लेन भोपाल-कानपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर
3200 करोड़ रुपये की लागत से रायबरेली-प्रयागराज हाईवे
5500 करोड़ रुपये की लागत से 135 किमी लंबा गाजीपुर-माझीघाट-बलिया ग्रीनफील्ड हाईवे
11 हजार करोड़ रुपये की लागत से अयोध्या-चित्रकूट श्रीराम वनगमन मार्ग
25 हजार करोड़ रुपये की लागत से 6 ग्रीनफील्ड रिंग रोड परियोजनाएं

उत्तर प्रदेश में 70 हजार करोड़ रुपये की लागत से 9 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे

गडकरी ने कहा, “उत्तर प्रदेश में 70 हजार करोड़ रुपये की लागत से 9 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बेहतरीन सड़क नेटवर्क वाला राज्य बन जाएगा। इससे उद्योग, व्यापार, कृषि और टूरिज्म सेक्टर को भी बहुत लाभ होगा।”

उन्होंने आगे बताया कि लखनऊ में एक “स्टेट कैपिटल रीजन” की अवधारणा को आगे बढ़ाया जा रहा है, जिससे यहां का विकास राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) की तर्ज पर किया जाएगा।

रोड इंफ्रास्ट्रक्चर से यूपी को मिलेगा औद्योगिक और आर्थिक लाभ

गडकरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सड़कों और एक्सप्रेसवे का व्यापक नेटवर्क राज्य को औद्योगिक और आर्थिक रूप से भी आगे बढ़ाएगा। उन्होंने कहा, “यूपी सरकार ने किसानों, व्यापारियों और उद्यमियों के लिए अनुकूल माहौल बनाया है। सड़कें और हाईवे ही असली ग्रोथ इंजन होते हैं।”

उन्होंने बताया कि यूपी में बनने वाले सभी रेलवे ओवर ब्रिज (ROB) के कार्य उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम को दिए जाएंगे। “हम राज्य को इतना मजबूत बनाना चाहते हैं कि यहां के लोग रोजगार के लिए पलायन न करें बल्कि दूसरे राज्यों के लोग यहां आकर काम करें,” उन्होंने कहा।

लखनऊ को देश की प्रमुख मेट्रो सिटी बनाने की योजना

गडकरी ने कहा कि लखनऊ को देश की प्रमुख मेट्रो सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। “यमुना एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के साथ जोड़ा जा रहा है। लखनऊ को इस पूरे नेटवर्क का केंद्र बनाते हुए ग्रीन कॉरिडोर और इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर का निर्माण तेजी से किया जा रहा है,” उन्होंने कहा।

उन्होंने बताया कि “लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे मात्र 3 महीने में पूरा हो जाएगा, जिससे लखनऊ से कानपुर की यात्रा सिर्फ 40 मिनट में पूरी होगी।”

रोपवे और एयरपोर्ट विस्तार पर जोर

गडकरी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 5000 करोड़ रुपये की लागत से 16 रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा, लखनऊ एयरपोर्ट के विस्तार का कार्य तेजी से जारी है, जिससे यहां बड़े इंटरनेशनल एयरक्राफ्ट भी उतर सकेंगे।

‘परिवहन का भविष्य – हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक’

गडकरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश को आने वाले समय में हरित (ग्रीन) परिवहन मॉडल की ओर ले जाया जाएगा। “हम हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक वाहनों के माध्यम से एक आधुनिक और पर्यावरण-अनुकूल ट्रांसपोर्ट सिस्टम की दिशा में काम कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।

“महाकुंभ से यूपी की अर्थव्यवस्था को 3 लाख करोड़ रुपये का लाभ”

गडकरी ने महाकुंभ 2025 की तैयारियों का जिक्र करते हुए बताया कि “महाकुंभ के कारण उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 3 लाख करोड़ रुपये का लाभ होगा।” उन्होंने बताया कि प्रयागराज में कुंभ मेले के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर को और विकसित किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी के विजन से संभव हुआ यह परिवर्तन

गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को विश्वगुरु बनाने का संकल्प लिया है और इसके लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर, परिवहन और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश किया जा रहा है। “सिर्फ सड़कें ही नहीं, बल्कि वाटर ट्रांसपोर्ट, रेलवे और एविएशन सेक्टर में भी बड़े स्तर पर काम हो रहा है,” उन्होंने कहा।

गडकरी ने कहा, “जब सड़कें अच्छी होंगी, तो राज्य में इंडस्ट्री, बिजनेस और एग्रीकल्चर सेक्टर तेजी से बढ़ेगा। यह ‘डबल इंजन सरकार’ का असर है कि उत्तर प्रदेश अब पूरे देश में सबसे आगे बढ़ रहा है।”

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की कि जल्द ही लखनऊ के रिंग रोड पर एयरबस बस सेवा शुरू की जाएगी, जिससे शहर का यातायात अत्याधुनिक और सुगम होगा। जैसे ही उन्होंने यह घोषणा की, वहां मौजूद जनता में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। ‘हाउ इज़ द जोश’ के नारों से माहौल गूंज उठा, और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित सभी वरिष्ठ नेता इस उत्साह से प्रभावित नजर आए। इस ऐतिहासिक घोषणा ने लखनऊ के विकास की दिशा में एक नई उम्मीद जगाई। नितिन गडकरी ने अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर कई बड़े ऐलान किए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को देश का इंफ्रास्ट्रक्चर हब बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है और आने वाले वर्षों में यह राज्य भारत की आर्थिक प्रगति का प्रमुख केंद्र बनेगा।

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