
सिंचाई विभाग को एक सप्ताह का अल्टीमेटम, नहीं मिला पानी तो शुरू होगा ‘नहर पाटो अभियान’
दैनिक इंडिया न्यूज, मऊ ।मधुबन तहसील क्षेत्र के लड्डूपुर गांव में मंगलवार को किसानों का आक्रोश खुलकर सामने आया। छह महीनों से नहरों में पानी नहीं आने, सफाई के अभाव में खरपतवार जमा होने और सरकार की अनदेखी के विरोध में सैकड़ों किसानों ने एकजुट होकर किसान महापंचायत का आयोजन किया। यह महापंचायत जिला पंचायत सदस्य व किसान नेता सुभाष यदुवंशी की अगुवाई में आयोजित हुई, जिसमें क्षेत्र के सैकड़ों किसान शामिल हुए।
किसानों ने सिंचाई विभाग को चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर माइनरों की सफाई कर नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया, तो ‘नहर पाटो अभियान’ शुरू किया जाएगा। इसके तहत क्षेत्र की सभी सूखी नहरों को किसानों द्वारा मिट्टी से भरने की मुहिम चलाई जाएगी।
किसानों का आरोप: छह महीने से टस से मस नहीं हुई नहर व्यवस्था
किसानों ने बताया कि मधुबन माइनर सहित कटघरा महलू माइनर, सिपाह-इब्राहिमाबाद माइनर और इटौरा माइनर में पिछले छह महीनों से एक बूंद पानी नहीं आया है। नहरों की सफाई न होने के कारण घास-फूस और काई जमा हो गई है, जिससे धान की रोपाई, सिंचाई और अन्य कृषि कार्य गंभीर रूप से प्रभावित हो रहे हैं।
किसानों का कहना है कि उन्हें मजबूरी में निजी ट्यूबवेल और डीजल पंप का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ रहा है और उनका आर्थिक शोषण हो रहा है।
“पानी नहीं तो नहर क्यों?” – सुभाष यदुवंशी
महापंचायत को संबोधित करते हुए जिला पंचायत सदस्य सुभाष यदुवंशी ने कहा, “नहरें किसानों के हक का पानी पहुंचाने के लिए बनी हैं। अगर यही पानी नहीं दे पा रहीं तो इनका कोई औचित्य नहीं बचता। ऐसे में किसान इन्हें पाटने पर मजबूर होंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि यह केवल पानी की नहीं, किसानों की अस्मिता की लड़ाई है। सरकार और विभाग को अब जगना होगा।
मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा
किसानों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम मधुबन एवं अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग के माध्यम से तहसीलदार मधुबन और एसडीओ सिंचाई विभाग को सौंपा। ज्ञापन में अविलंब कार्रवाई की मांग की गई है।
महापंचायत में रहे ये प्रमुख किसान नेता मौजूद
इस महापंचायत में सपा जिला अध्यक्ष दूधनाथ यादव, श्रवण कुमार, रामबिलास, अजय गुप्त, बिरेंद्र प्रसाद, रामानंद, शिवप्रकाश पटेल, बिरेंद्र चौहान, मुन्ना यादव, लल्लन यादव और सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रीय किसान मौजूद रहे।