“समृद्धि और स्वास्थ्य के प्रतीक पर्व को मिलकर मनाएं”
दैनिक इंडिया न्यूज,नई दिल्ली। राष्ट्रीय सनातन महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेन्द्र प्रताप सिंह ने धनतेरस के पावन अवसर पर समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित कीं। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि धनतेरस का पर्व भारतीय संस्कृति में धन, स्वास्थ्य और सामूहिक समृद्धि का प्रतीक है, जो हमारी वैदिक परंपराओं और धार्मिक मान्यताओं के प्रति आस्था को उजागर करता है। यह पर्व हमें अपने जीवन में खुशहाली, सुख-समृद्धि, और आरोग्य की प्राप्ति का संदेश देता है।
जेपी सिंह ने धनतेरस के पौराणिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस दिन समुद्र मंथन से भगवान धन्वंतरि का प्रकट होना माना जाता है, जो आयुर्वेद के देवता और आरोग्य के संरक्षक हैं। उनके हाथों में अमृत कलश था, जो जीवन और स्वास्थ्य का प्रतीक है। “भगवान धन्वंतरि की पूजा हमें स्वस्थ और दीर्घायु जीवन के आशीर्वाद का अवसर देती है, जिससे समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है,” उन्होंने कहा। इसके साथ ही, माता लक्ष्मी, जो धन, ऐश्वर्य और समृद्धि की देवी हैं, उनकी भी पूजा इस दिन विशेष रूप से की जाती है। यह परंपरा व्यक्ति और समाज में आर्थिक स्थिरता और उन्नति की कामना का प्रतीक है। धनतेरस पर सोने, चांदी या धातु की वस्तुएं खरीदना शुभ माना जाता है, जो समृद्धि और उन्नति का संकेत है।
जेपी सिंह ने अपने संदेश में समाज के सभी वर्गों से इस पर्व को मिलजुलकर मनाने और एकजुटता का संदेश देने की अपील की। उन्होंने कहा कि धनतेरस का पर्व हमें अपनी प्राचीन परंपराओं का सम्मान करने और उन संस्कारों का पालन करने का सुअवसर प्रदान करता है, जो वैदिक काल से चले आ रहे हैं।
अंत में, जितेन्द्र प्रताप सिंह ने सभी देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “मैं कामना करता हूं कि यह पर्व सबके जीवन में समृद्धि, स्वास्थ्य और शांति का संचार करे। हम सभी मिलकर देश की प्रगति और समाज की समृद्धि की दिशा में अपना योगदान दें और इस पर्व को अपने संस्कारों के अनुसार उल्लास के साथ मनाएं।”