
लोगों के जीवन से जुड़े होने के कारण फार्मा व्यवसायियों की बड़ी जिम्मेदारी – मुख्यमंत्री

नकली दवाओं के व्यापारियों का बहिष्कार करें, शासन-प्रशासन से करवाएं कार्यवाही

उत्तर प्रदेश को फार्मा हब बनाने के लिए सरकार कर रही ठोस प्रयास
दैनिक इंडिया न्यूज,गोरखपुर, उत्तर प्रदेश ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में आयोजित केमिस्ट्स एण्ड ड्रगिस्ट्स फेडरेशन उत्तर प्रदेश की आम वार्षिक बैठक एवं शैक्षणिक कार्यशाला में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि फार्मास्युटिकल और ड्रग व्यवसाय सीधे लोगों के जीवन से जुड़े हैं, इसलिए इस क्षेत्र से जुड़े सभी व्यवसायियों की जिम्मेदारी है कि वे समाज में अपने विश्वास को बनाए रखें और राष्ट्र के विकास में योगदान दें।
उन्होंने कहा कि दवाओं के प्रति लोगों का भरोसा सबसे बड़ी पूंजी है। इस विश्वास को किसी भी स्थिति में टूटने नहीं देना चाहिए। सभी व्यवसायी यह सुनिश्चित करें कि वे नकली, मिलावटी या संवेदनशील नारकोटिक्स दवाओं के अवैध व्यापार में किसी भी प्रकार से शामिल न हों। मुख्यमंत्री ने फेडरेशन से अपील की कि ऐसे लोगों का बहिष्कार करें और उनकी पहचान कर शासन-प्रशासन से कार्यवाही करवाएं।
👉 मुख्यमंत्री ने कहा – “बीमार व्यक्ति जब दवा की दुकान पर आता है तो वह सिर्फ दवा नहीं, बल्कि जीवन की उम्मीद लेकर आता है। उस उम्मीद को किसी भी हाल में टूटने नहीं देना है।”
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उत्तर प्रदेश में लगभग 1 लाख 10 हजार पंजीकृत दवा दुकानें हैं, जो न केवल स्वास्थ्य व्यवस्था बल्कि रोजगार की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि यह व्यवसाय मानव जीवन से जुड़ा है, इसलिए इसमें सामाजिक और मानवीय जिम्मेदारी सर्वोपरि है।
👉 उन्होंने आगे कहा – “दवा केवल शरीर को नहीं, बल्कि विश्वास और जीवन को भी ताकत देती है। इसलिए दवा बेचने वाला प्रत्येक व्यक्ति समाज के लिए जीवनदाता की भूमिका निभाता है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जीएसटी की दरों को कम किया गया है, जिससे उपभोक्ताओं को अब सस्ती दवाएं और आवश्यक वस्तुएं मिल सकेंगी। इससे उपभोक्ता और व्यापारी, दोनों को लाभ होगा।
उन्होंने आगे कहा कि भारत में फार्मास्युटिकल क्षेत्र की व्यापक संभावनाएं हैं। उत्तर प्रदेश को फार्मा हब बनाने के लिए सरकार विभिन्न नीतियों और कार्यक्रमों पर कार्य कर रही है। ललितपुर में फार्मा पार्क का निर्माण अंतिम चरण में है। सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश में सभी प्रकार की दवाओं का निर्माण यहीं हो और यहां के लोग इसका लाभ उठाएं। साथ ही इससे रोजगार और निर्यात की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया’ की पुरानी अवधारणा से आगे बढ़कर अब ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज’ की अवधारणा पर तेजी से काम कर रहा है। बीते आठ वर्षों में 41 जनपदों में मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए हैं। सरकार का उद्देश्य है कि उपभोक्ता और व्यापारी दोनों के हितों के अनुरूप नीतियां बनाई जाएं।
उन्होंने कहा कि अवैध तरीके से दवा व्यवसाय करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जा रही है और आगे भी की जाएगी। सभी व्यापारी वैध लाइसेंस लेकर ही कार्य करें, ताकि यह व्यवसाय बदनाम न हो।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए फेडरेशन को बधाई दी और विश्वास जताया कि संगठन भविष्य में भी उपभोक्ताओं के हित में वैध और शुद्ध व्यापार को बढ़ावा देगा।
इस अवसर पर आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, सांसद रवि किशन शुक्ल, फेडरेशन के प्रतिनिधि एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।