दैनिक इंडिया न्यूज़ लखनऊलखनऊ, 16 दिसंबर 2024: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पूर्व मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में प्रदेश ने पिछले साढ़े सात वर्षों में विकास और सुरक्षा के नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि विकास, सुरक्षा, समृद्धि, आस्था और आधुनिकता का जो संगम प्रदेश में देखने को मिल रहा है, उसका आधार भी विधानमंडल से ही प्रारंभ होता है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस सत्र में विधायी कार्यों के साथ अनुपूरक बजट भी प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सदस्यों को जनता और प्रदेश के विकास से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने सुझाव और विचार रखने का सुनहरा अवसर मिलेगा।
प्रदेश की प्रगति में विधानमंडल की भूमिका महत्वपूर्ण
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश का विधानमंडल देश का ही नहीं, बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा विधानमंडल है। उन्होंने इसे प्रदेश के लिए गौरव का क्षण बताया और कहा कि ‘अमृत काल’ में प्रधानमंत्री की संकल्पना के अनुसार विकसित भारत के निर्माण में उत्तर प्रदेश की अहम भूमिका है।
मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उत्तर प्रदेश ने कई स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों की कर्मभूमि और जन्मभूमि के रूप में देश को दिशा दी थी।
सुगम कार्यवाही और सार्थक चर्चा की अपील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दलों से सदन की कार्यवाही को सुगमता से संचालित करने और विकास तथा जनहित से जुड़े मुद्दों पर सार्थक चर्चा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा है और इसे हासिल करने के अभियान में सभी पक्षों की भागीदारी आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 के बीच दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक समागम, महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है, जो उत्तर प्रदेश के लिए गर्व का विषय है।
जनहित के मुद्दों पर चर्चा के लिए सरकार तैयार
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार नौजवानों, किसानों, महिलाओं, प्रदेश की समृद्धि और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने सदस्यों से सदन में तैयारी के साथ आने और इन मुद्दों पर सार्थक बहस करने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानमंडल लोकतंत्र का महत्वपूर्ण स्तंभ है और उसकी कार्यवाही के माध्यम से प्रदेश की जनता की आवाज को बुलंद किया जाता है। उन्होंने सदन के संचालन में सभी से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश विधानमंडल को एक सार्थक बहस और चर्चा का मंच बनाया जाए, जिससे इसकी विशिष्ट पहचान बने।