प्रधानमंत्री ने आई0आई0टी0, कानपुर के 54वें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित किया

हरिंद्र सिंह/डीडी इंडिया न्यूज

भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनकर उभरा, देश में
75 से अधिक यूनिकॉर्न्स और 50 हजार से अधिक स्टार्टअप्स: प्रधानमंत्री

आई0आई0टी0, कानपुर की कम्पनी एक्वाफ्रण्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर ने बनारस के खिड़किया घाट पर दुनिया का पहला फ्लोटिंग सी0एन0जी0 फिलिंग स्टेशन विकसित किया

प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी के भारत के लिए इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी

को इंस्टीट्यूट ऑफ इण्डीजेनस टेक्नोलॉजी की संज्ञा दी: मुख्यमंत्री

आई0आई0टी0 कानपुर तथा ए0के0टी0यू0 द्वारा केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स
और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वित्त पोषण से ए0के0टी0यू0 में
सूचना और संचार प्रौद्योगिकी मंच स्थापित किया गया

खबर बिस्तार से

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज आई0आई0टी0, कानपुर के 54वें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि कानपुरवासियों के लिए आज दोहरी खुशी का दिन है। एक तरफ कानपुर को मेट्रो की सुविधा मिल रही है, तो वहीं दूसरी ओर आई0आई0टी0, कानपुर से टेक्नोलॉजी की दुनिया को यहां के विद्यार्थियों जैसे अनमोल उपहार मिल रहे हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आई0आई0टी0, कानपुर की अपनी विशिष्ट पहचान है। आई0आई0टी0, कानपुर की कम्पनी एक्वाफ्रण्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर ने बनारस के खिड़किया घाट पर दुनिया का पहला फ्लोटिंग सी0एन0जी0 फिलिंग स्टेशन विकसित किया है। 5जी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आई0आई0टी0, कानपुर का काम ग्लोबल स्टैण्डर्ड्स का हिस्सा बन चुका है। संस्थान ने कृषि क्षेत्र में स्टेट ऑफ द आर्ट टेक्नोलॉजी विकसित की है। इस टेक्नोलॉजी से दुनिया की पहली पोर्टेबल स्वॉयल टेस्टिंग किट बनायी गयी है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि इस वर्ष देश अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर गया है, जिसके उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। देश की पूर्ण आजादी का मूल स्वरूप आत्मनिर्भरता है। हमारे युवा आत्मनिर्भर भारत का आधार बनें। युवाओं के लिए यह स्वर्णिम युग है। 21वीं सदी टेक्नोलॉजी की सदी है। हमारे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का समावेश हो चुका है। हेल्थ डिवाइस अब घर की आवश्यक वस्तु बन गयी हैं। टेक्नोलॉजी के जरिये ही आपदा प्रबन्धन की चुनौतियों का सामना किया जा रहा है। आज देश में आर्टिफिशियल इण्टेलिजेंस, ऊर्जा और क्लाइमेट सॉल्यूशन, हाइटेक इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में असीम सम्भावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि विगत 07 वर्षाें में स्टार्टअप इण्डिया, स्टैण्डअप इण्डिया, अटल इनोवेशन मिशन, पी0एम0 रिसर्च फेलोशिप जैसे अन्य कार्यक्रमों ने देश के युवाओं के लिए नये रास्ते बनाये हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 द्वारा नयी पीढ़ी को बेहतर भविष्य देने की शुरुआत हो रही है। देश में ‘ईज ऑफ डुइंग बिजनेस’ में सुधार हुआ है। पॉलिसी ब्लॉकेज दूर किये गये हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के 75वें साल में देश में 75 से अधिक यूनिकॉर्न्स और 50 हजार से अधिक स्टार्टअप्स हैं। विगत 06 महीनों में लगभग 10 हजार स्टार्टअप्स विकसित हुए हैं। इनमें से अनेक स्टार्टअप्स आई0आई0टी0 के युवाओं ने शुरू किये हैं। आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनकर उभरा है। भारत दुनिया के कई विकसित देशों को पीछे छोड़कर तीसरा सबसे बड़ा यूनिकॉर्न देश बन गया है।
प्रधानमंत्री जी ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वह कम्फर्ट और चैलेंज में से चैलेंज को चुनें। अपने आपको समस्याओं को ढूंढने तथा समस्याओं का हल करने वाला इन्सान बनाएं। चुनौतियों का डटकर सामना करें। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग टेक्नोलॉजी की दुनिया में रहते हुए भी अपनी मानवीय संवेदनाओं, कल्पनाओं, रचनात्मकता और उत्सुकता में निरन्तर वृद्धि करे। इण्टरनेट ऑफ थिंग्स पर जरूर काम करें, लेकिन इमोशन ऑफ थिंग्स को भी बनाये रखें। आर्टिफिशियल इण्टेलिजेंस के साथ ह्यूमन इण्टेलिजेंस को भी याद रखें।
इससे पूर्व, प्रधानमंत्री जी ने ब्लॉक चेन बेस्ड डिजिटल डिग्री ट्रांसमिशन का शुभारम्भ किया और प्रो0 रोहिणी मधुसूदन गोडबोले, श्री क्रिस सेनापति गोपाल कृष्णन, पं0 अजॉय चक्रवर्ती को अपने-अपने क्षेत्रांे में अनुकरणीय योगदान के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की। साथ ही, आई0आई0टी0 कानपुर के छात्र श्री अभ्युदय पांडे को सर्वश्रेष्ठ अकादमिक प्रदर्शन के लिए राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक एवं श्री यश माहेश्वरी को सर्वश्रेष्ठ आलराउंडर के लिए रतन स्वरूप स्मृति पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर सभी छात्रों को नेशनल ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट के तहत आई0आई0टी0 कानपुर में विकसित इन-हाउस ब्लॉकचेन-संचालित तकनीक के माध्यम से डिजिटल डिग्री जारी की गयीं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश के औद्योगिक नगर कानपुर में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का स्वागत करते हुए कहा कि गुणवत्तापरक तकनीकी शिक्षा में हमारे देश के तकनीकी संस्थानों का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। प्रधानमंत्री जी ने 21वीं सदी के भारत के लिए इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी को इंस्टीट्यूट ऑफ इण्डीजेनस टेक्नोलॉजी की संज्ञा दी है। उन्होंने कहा कि हमें वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अपने आपको तैयार रहना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश स्टार्टअप नीति-2020 लागू की है। इस स्टार्टअप नीति में सूचना प्रौद्योगिकी के साथ-साथ गैर-सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्रों को भी सम्मिलित किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारे युवा अपने ज्ञान और अपनी दक्षता से प्रधानमंत्री जी के नये भारत के विजन को साकार करेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना से निपटने के लिए प्रधानमंत्री जी ने आत्मनिर्भरता का मंत्र दिया है। ‘आत्मनिर्भर भारत’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू की है। नयी शिक्षा नीति नये भारत की नयी तस्वीर को प्रस्तुत कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश इस दृष्टि से एक नयी पहल के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में आई0आई0टी0 कानपुर, आई0आई0टी0 बी0एच0यू0, आई0आई0एम0 लखनऊ जैसी प्रतिष्ठित संस्थाएं वर्तमान में मौजूद हैं। इनके माध्यम से प्रदेश के युवाओं को मार्गदर्शन प्राप्त करने में सदैव सहायता मिलती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आई0आई0टी0 कानपुर ने प्रदेश सरकार के साथ पारस्परिक सहयोग के अनेक उदाहरण प्रस्तुत किये हैं। प्रदेश में स्थापित हो रहे उत्तर प्रदेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर में तकनीकी पार्टनर के रूप में आई0आई0टी0 कानपुर अपना सहयोग प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में देश का पहला ‘सेण्टर ऑफ एक्सिलेंस’ आई0आई0टी0 कानपुर के नोएडा परिसर में स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। यह केन्द्र स्टार्टअप्स को बढ़ावा देते हुए 05 वर्षाें में 250 स्टार्टअप्स को अपना सहयोग प्रदान करेगा। यह व्यवस्था रक्षा प्रौद्योगिकी तथा कृषि प्रौद्योगिकी में भी उत्कृष्टता के लिए स्थापित उन केन्द्रों के अतिरिक्त है, जिन्हें पूर्व में आई0आई0टी0 कानपुर एवं राज्य सरकार की साझेदारी से स्थापित किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना जैसी महामारी की चुनौतियों से सफलतापूर्वक सामना करने के लिए आई0आई0टी0 कानपुर को ‘स्कूल ऑफ मेडिकल रिसर्च एण्ड टेक्नोलॉजी’ नामक एक नये सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा संस्थान की स्थापना हेतु अपनी सैद्धान्तिक सहमति दी है। इसमें आई0आई0टी0 कानपुर के साथ राज्य सरकार की अन्य संस्थाएं के0जी0एम0यू0, ए0के0टी0यू0 आदि संस्थाएं मिलकर इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाएंगी। ‘स्कूल ऑफ मेडिकल रिसर्च एण्ड टेक्नोलॉजी’ संस्थान प्रदेश की स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने में उपयोगी सिद्ध होने के साथ ही चिकित्सा प्रौद्योगिकी के ईको सिस्टम को बढ़ावा देने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इन बदली हुई परिस्थितियों में व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों के पाठ्यक्रमों को अपडेट करने की आवश्यकता है। कई ऐसे ट्रेड हैं, जिनकी वर्तमान में उपयोगिता नहीं रह गयी है, उनके स्थान पर आज की नयी आवश्यकताओं के अनुरूप ड्रोन टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इण्टेलिजेंस, रोबोटिक्स, थ्रीडी प्रिंटिंग्स, साइबर सिक्योरिटी, इण्टरनेट ऑफ थिंग्स जैसे सेक्टरों में भी राज्य सरकार को आई0आई0टी0 कानपुर के सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप तकनीकी संस्थानों में नये ट्रेड के संचालन के लिए टॉस्क फोर्स का गठन किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आई0आई0टी0 कानपुर तथा डॉ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश (ए0के0टी0यू0) द्वारा संयुक्त रूप से केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वित्त पोषण से ए0के0टी0यू0 में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी मंच स्थापित किया गया। इस मंच के माध्यम से ए0के0टी0यू0 की फैकल्टी एवं विद्यार्थियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण एवं शिक्षा प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार ने कोरोना प्रबन्धन एवं नियंत्रण का एक मॉडल स्थापित करने में काफी हद तक सफलता प्राप्त की है। प्रदेश सरकार के इस मॉडल का अध्ययन आई0आई0टी0 कानपुर ने ‘कोविड संग्राम, यू0पी0 मॉडल: नीति, युक्ति, परिणाम’ के विशिष्ट शोध के माध्यम से किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप प्रदेश में तकनीकी शिक्षण संस्थानों की फैकल्टी को प्रशिक्षण देने, विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और उन्हें रोजगारोन्मुखी बनाने का मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार आई0आई0टी0 कानपुर के सहयोग की अपेक्षा करती है।
इस अवसर पर आई0आई0टी0 कानपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर के अध्यक्ष डॉ0 के0 राधाकृष्णन, आई0आई0टी0 कानपुर के डायरेक्टर प्रो0 अभय करंदिकर सहित अन्य सदस्यगण, अतिथिगण एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे।

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