मंत्री कौशल किशोर बोले- मोबाइल पर नहीं ओलंपिक में खेलें, वॉरियर डिफेंस ऑफ अकादमी के खेलकूद प्रतियोगिता में खिलाड़ियों का किया उत्साहवर्धन

बीते मंगलवार को राजधानी के के.डी. सिंह बाबू स्टेडियम में वॉरियर्स डिफेंस अकादमी (WDA) के द्विदिवसीय राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता 2023 का आयोजन किया गया। जहां बुधवार को मुख्य अतिथि के रूप में आए उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्य मंत्री कौशल किशोर
ने कार्यक्रम में उपस्थिति कर प्रतिभागी खिलाडियों का उत्साहवर्धन किया।

कार्यक्रम के दौरान नशा मुक्ति और शराबबंदी से जुड़े एक सवाल पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का दर्द छलक आया। डी. डी. इंडिया न्यूज संवाददाता से हुए वाद में उन्होंने अपना दुख-दर्द बयां करते हुए बताया कि नशे (ड्रग एडिक्ट) के कारण वह अपने खुद के बेटे को नहीं बचा सके। इस घटना से एक सबक लेते हुए और हर तबके,समाज का कोई भी बच्चा हो या बड़ा, नशेबाजी की गिरफ्त में न आए उसके लिए अब नशामुक्त समाज के निर्माण का काम कर रहे हैं। देश-प्रदेश में नशामुक्ति समाज आंदोलन, “अभियान कौशल किशोर” के माध्यम से वह स्कूल-कॉलेज से लेकर संस्थानों तक में नशामुक्त भारत का संकल्प लिए अनवरत आगे बढ़ते ही जा रहे है।

देश को नशे से बचाना का है लक्ष्य

केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि क्रांतिकारियों ने देश को अंग्रेजों से तो बचा लिया लेकिन आज सबसे बड़ी चिंता नशे की है जो नशा अंग्रेज छोड़ गए हैं, अब वक्त आ गया है कि देश को उससे बचाना है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हर साल 20 लाख से अधिक लोगों की मौत नशे की वजह से हो रही है। इसकी रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए। इसके साथ ही स्टेडियम में उपस्थित खिलाड़ियों से अपील करते हुए कहा कि आज कल के युवा जन पाश्चात्य स्टाइल की पार्टियों में जाने से बचे क्योंकि इन पार्टियों में नशे का सेवन अधिकांश रूप में देखने को मिल जाता है इसलिए अगर जाना भी पड़े तो इस नशे की लत का सेवन करने से बचें और संकल्प लें कि उन्हें नशा छोड़ना है।

केंद्रीय राज्य मंत्री ने बच्चों को नशे की लत से बचाने का लिया है संकल्प

शराबबंदी और नशा मुक्ति पर दैनिक इंडिया न्यूज संवाददाता से चर्चा के क्रम में कौशल किशोर ने व्यक्तिगत अनुभवों को भी साझा किया। उन्होंने बताया कि उनका बच्चा भी नशे के चक्कर में पड़ गया था जिसे वह बचा नहीं सके। लिवर खराब होने के चलते साल 2020 में उनके बेटे ने अंतिम सांस ली। उसकी चिता पर आग लगाते वक्त उन्होंने यह संकल्प लिया था कि वह अपना बच्चा तो नहीं बचा सके लेकिन दूसरों के बच्चे नशे से बच सकें, इसका अभियान शुरू करेंगे।

वॉरियर्स डिफेंस अकादमी (WDA) के राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता के तत्वाधान में जे पी सिंह (माध्यमिक संस्कृत परिषद व अध्यक्ष संस्कृत भारती न्यास अवध प्रांत) ने WDA पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस अकादमी में अनुशासित एवम लक्ष्य के प्रति, खिलाड़ियों को देश के प्रति समर्पित रहने की शिक्षा दी जाती है। उन्होंने राजनीतिक पार्टियों द्वारा सरकार की महत्वाकांक्षी अग्निवीर योजना के विरोध करने पर आपत्ति भी जताया। और इनको भी WDA द्वारा प्रशिक्षित किया जाना बताया।

इस मौके पर डी डी इंडिया वेलफेयर ट्रस्ट के चेयरमैन हरिंद्र सिंह ने केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर व जे. पी.सिंह (माध्यमिक संस्कृत परिषद व अध्यक्ष संस्कृत भारती न्यास अवध प्रांत) से सिष्टाचार मुलाकात कर उन्हें कोटि-कोटि धन्यवाद ज्ञापित किया।

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