अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियों को अमर बनाने का प्रयास: ‘अटल के राम’ कार्यक्रम की भव्य शुरुआत

दैनिक इंडिया न्यूज़ लखनऊ में आज उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और अटल बिहारी वाजपेयी मेमोरियल फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजेश पाठक के आवास पर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में मंत्री, विधायक, समाजसेवी, व्यापारी मंडल के प्रतिनिधि और शहर के प्रमुख एनजीओ के अध्यक्षों सहित अनेक गणमान्य लोग शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य अटल बिहारी वाजपेयी जी के विचारों और कृतित्व को जन-जन तक पहुंचाने के लिए व्यापक योजना तैयार करना था।

बैठक में यह घोषणा की गई कि लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में ‘अटल के राम’ नामक एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। विश्व प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास इस कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे। यह कार्यक्रम अटल जी के विचारों, अटल की राम भक्ति और उनके आदर्शों को समर्पित होगा। इस भव्य आयोजन में उत्तर प्रदेश और देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों को आमंत्रित किया जाएगा।

अटल बिहारी वाजपेयी मेमोरियल फाउंडेशन के संयुक्त सचिव और राष्ट्रीय सनातन महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने इस बैठक में अपनी विशेष उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने बृजेश पाठक की सराहना करते हुए कहा, “अटल जी केवल एक नेता नहीं, बल्कि भारतीय राजनीति के ‘मर्यादा पुरुषोत्तम’ थे। उनकी वाणी, कविता और विचार हर व्यक्ति को प्रेरित करते हैं।” उन्होंने अटल जी की सुप्रसिद्ध कविता ‘हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा’ का उल्लेख करते हुए कहा:

हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा,
काल के कपाल पर लिखता-मिटाता हूं।
गीत नया गाता हूं।”

उन्होंने कहा कि ये पंक्तियां अटल जी के संघर्षशील व्यक्तित्व और उनके अडिग साहस का प्रमाण हैं।

बैठक के दौरान मीडिया के करीब 250 पत्रकारों ने बृजेश पाठक से मुलाकात की। उन्होंने अपनी बैठक कुछ देर के लिए स्थगित कर मीडिया बंधुओं को संबोधित किया। साबरमती रिपोर्ट्स फ़िल्म पर चर्चा करते हुए बृजेश पाठक ने कहा, “मीडिया का भी अपना एक प्रोटोकॉल है, और मैं इन्हें पूरी गंभीरता से सम्मान देता हूं।”

उप चुनाव को लेकर रिपोर्टर ने पूछा रामगोपाल यादव कह रहें है चुनाव स्थगित कर देना चाहिए ,पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की आदत रही है कि जब भी हार का सामना होता है, वे चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हैं। इसी बीच एक पत्रकार ने गुजरात दंगों पर आधारित एक फिल्म पर उनकी प्रतिक्रिया मांगी। बृजेश पाठक ने बताया, “फिल्म देखकर मेरा हृदय द्रवित हो गया। उस समय गुजरात के भाई-बहनों पर आई विपत्तियों का वर्णन करना कठिन है। मीडिया भी तब सत्य को पूरी तरह जनता के सामने नहीं रख पाई उस समय मीडिया को भी मजबूर किया गया था। मैं सभी प्रदेशवासियों से आग्रह करता हूं कि वे यह फिल्म देखें और समझें कि उस भयावह स्थिति में लोगों ने क्या सहा।”

मीडिया को संबोधित करने के बाद बृजेश पाठक ने फाउंडेशन के उद्देश्यों पर बात की। उन्होंने कहा, “अटल बिहारी वाजपेयी जी के विचार और कविताएं हमें साहस और आदर्शों का पाठ पढ़ाती हैं। 2024 में अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अटल जी का शताब्दी समारोह पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाएगा।”

‘अटल के राम’ कार्यक्रम न केवल अटल जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम बनेगा, बल्कि यह भारतीय राजनीति और संस्कृति को नई दिशा देने वाला एक ऐतिहासिक आयोजन होगा। जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा, “यह कार्यक्रम अटल जी की राम भक्ति और उनके आदर्शों को अमर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”

यह बैठक केवल एक विचार मंच नहीं, बल्कि अटल जी के आदर्शों को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने का ठोस प्रयास है। बृजेश पाठक जैसे नेताओं की प्रतिबद्धता इस बात का प्रमाण है कि अटल बिहारी वाजपेयी के विचार हमेशा भारतीय राजनीति और समाज को दिशा देते रहेंगे।

Share it via Social Media

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *