धनञ्जय पाण्डेय/दैनिक इंडिया न्यूज़
मधुबन,मऊ। तहसील क्षेत्र में सर्दी एव गलन बढ़ गई है। इसका असर सांस,अस्थमा,हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर एवं एलर्जी के मरीजों पर दिख रहा है। अस्पतालों में इन बीमारियों के मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। ठंड बढ़ने से छोटे बच्चे भी तेजी से बीमार पड़ रहे हैं। ऐसे में चिकित्साधिकारी आर के गौतम ने बताया कि खासकर बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। जहां उन्होंने बताया कि प्रतिदिन लगभग 50 से 60 मरीज देखने पड़ रहे हैं,ठंडी पड़ने के कारण अचानक मरीजों की संख्या बढ़ गई है। मरीजों के अचानक बढ़ने से स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ रहा है।
ठंडी हवा चलने से मौसम बदल गया है,जिससे गलन बढ़ गई है। थोड़ी सी लापरवाही बच्चों व बुजुर्गों पर भारी पड़ रही है। अस्पतालों में भी चेस्ट एवं टीबी मरीजों की संख्या बढ़ गई है स्वास्थ्य अधीक्षक राजीव पाण्डेय ने कहा कि ठंड के मौसम में एलर्जी, अस्थमा व सांस के मरीजों का खतरा बढ़ जाता है। मुंह से सांस लेने से ठंडी हवा अंदर जाती है। ठंड से नली सिकुड़ जाती है। नाक से सांस लेने से गर्म हवा जाती है। एलर्जी से सर्दी,जुकाम,आंख में खुजली एवं पानी आना, सिर दर्द होता है। अस्थमा में सांस फूलने लगता है। ठंड के समय ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े का प्रयोग करें, जरूरी हो तब घर से बाहर निकले अलाव का सहारा लें, अदरक गुड़ एवं दूध का सेवन करें। स्वास्थ्य के लिए सावधानी बरतना जरूरी है।