दैनिक इंडिया न्यूज़ ,नई दिल्ली । हाल ही में सम्पन्न हुए चुनावों के तुरंत बाद, NHAI ने टोल टैक्स में 5% की वृद्धि की घोषणा की है। यह कदम जनता के बीच मिश्रित प्रतिक्रियाओं का कारण बन रहा है।
बढ़ोतरी का प्रभाव
टोल टैक्स में यह बढ़ोतरी देशभर के विभिन्न हाईवे और एक्सप्रेसवे पर लागू होगी, जिससे दैनिक यात्रियों और लंबी दूरी के यात्रियों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। यह वृद्धि उन लोगों के लिए विशेष रूप से चिंताजनक हो सकती है जो नियमित रूप से टोल प्लाजा से गुजरते हैं।
सरकारी बयान
सरकार ने अपने बयान में कहा है कि यह वृद्धि आवश्यक रखरखाव और सड़क सुधार कार्यों के लिए आवश्यक है। एक अधिकारी ने कहा, “हमारा लक्ष्य सड़क सुविधाओं को बेहतर बनाना और यातायात की सुगमता सुनिश्चित करना है। इस बढ़ोतरी से हमें इन कार्यों के लिए आवश्यक धनराशि जुटाने में मदद मिलेगी।”
विपक्ष की प्रतिक्रिया
विपक्षी दलों ने इस बढ़ोतरी की तीव्र आलोचना की है, इसे आम जनता के हितों के खिलाफ बताया है। एक प्रमुख विपक्षी नेता ने कहा, “चुनाव खत्म होते ही इस प्रकार की वृद्धि करना जनता के साथ धोखा है। सरकार को जनता की जेब पर अतिरिक्त बोझ डालने से पहले वैकल्पिक साधनों पर विचार करना चाहिए।”
यात्रियों की राय
रोजाना टोल टैक्स का भुगतान करने वाले यात्रियों ने भी अपनी निराशा व्यक्त की है। एक नियमित यात्री ने कहा, “पहले ही महंगाई से जूझ रहे हैं, अब टोल टैक्स में बढ़ोतरी से और मुश्किल हो जाएगी।”
विश्लेषकों की राय
वित्तीय विश्लेषकों का मानना है कि इस वृद्धि से सरकार को अपने इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए आवश्यक फंडिंग में सहायता मिलेगी, लेकिन इसे जनता के लिए कठिनाई भी माना जा सकता है। टोल टैक्स में 5% की यह बढ़ोतरी एक विवादास्पद कदम साबित हो सकता है, जो आने वाले दिनों में सरकार और जनता के बीच बहस का मुद्दा बन सकता है। जनता के विभिन्न वर्गों से मिल रही प्रतिक्रियाओं को देखते हुए यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सरकार इस विषय पर कैसे आगे बढ़ती है। कयास यह लगाया जा रहा है चुनाव से पहले CNG पर 5 से ₹6 की कटौती हुई थी ,हो सकता है कि सीएनजी के रेट का भी इजाफा हो जाए