हरिंद्र सिंह/दैनिक इंडिया न्यूज
मा oविधानसभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना जी ने एक नई परम्परा की शुरूआत की है। वह इन दिनों विधान सभा सदस्यों के अलग-अलग ग्रुप बनाकर उनसे परस्पर वार्ता कर विचारों का आदान प्रदान कर रहें है। इसी श्रृंखला में उन्होंने 40 वर्ष आयु तक के विधायकों से वार्ता कर अपने अनुभव साझा किए। साथ ही उनके विचारों को भी जाना।
राजधानी लखनऊ स्थित एक होटल में आयोजित एक कार्यक्रम में लगभग 04 घण्टे 30 मिनट तक 32 युवा विधायकों से वार्तालाप के दौरान इस बात का संदेश दिया कि वह जनता के बीच रह कर उनकी आवश्कताओं को जाने और फिर उनकी समस्याओें को सदन में उठाने का पूरा प्रयास करें।
श्री महाना ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि की हर गतिविधि पर जनता अपनी पैनी नजर रखती है। यदि उसने जनप्रतिनिधि के तौर पर विधान सभा में भेजा है तो उसकी भी आपसे काफी आपेक्षाएं हैं। उन्होंने कहा कि युवा विधायकों के पास बार-बार जीत कर सदन में आने के अवसर बने रहें। इसी भावना के साथ वह जनता के बीच रहकर काम करें।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि सत्र के दौरान सदन में अधिक से अधिक समय दें। साथ ही पुस्तकालय में जाकर अध्ययन भी अवश्य करें। विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना के इस नये कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों ने जमकर सराहना की और कहा कि जितना हमें विधान सभा सत्र के दौरान सीखने को नही मिला उससे ज्यादा हमें इस कार्यक्रम में सीखने को मिला है। वार्ता के दौरान विधायकों ने विधान सभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि वह उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार विधान सभा की विभिन्न समितियों में समायोजित करने का कार्य करें। इस पर विधान सभा अध्यक्ष ने उनकी बातों को गौर से सुनकर उसे पूरा करने का आश्वासन दिया।
उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व भी विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना कुछ विधायको का एक कार्यक्रम कर चुके है, जो विधायक होने के साथ ही पेशे से डॉक्टर भी है। विधान सभा अध्यक्ष शीघ्र ही 5बार से अधिक बार जीत कर आये विधायकों, प्रोफेशनल्स एवं महिला सदस्यों का अलग गु्रप बनाकर उनसे संवाद करेंगे।