चूहे, बिल्ली, कुत्ते आदि जानवरों से इंसानों में फैलती हैं जानलेवा बीमारिया
दैनिक इंडिया न्यूज़ संवाददाता-धनञ्जय पाण्डेय
मऊ। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में गत गुरुवार को जूनोसिस बीमारियों को लेकर सभी नोडल अधिकारियों, वरिष्ठ चिकित्सकों समेत पशु, वन और नगर पालिका अधिकारियों की एक बैठक हुई। इसमें जानवरों से फैलने वाली जूनोसिस बीमारियों से बचाव तथा जागरुकता लाने के साथ उससे प्रभावित मरीजों को जल्द से जल्द चिकित्सकीय लाभ पहुँचाने की रणनीति बनाई गई। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ श्याम नारायण दुबे का।
सीएमओ डॉ एसएन दुबे ने बताया कि जूनोसिस रोग ऐसी बीमारी को कहा जाता है जो इंसानों में जानवरों के माध्यम से फैलती है। पशुओं के शरीर से जब किसी बीमारी के बैक्टीरिया या वायरस इंसानी शरीर में पहुंचकर बीमारी फैलाते हैं तो ऐसी बीमारियों को जूनोसिस डिजीज कहा जाता है। जूनोसिस अर्थात पशुजन्य रोग से ऐसी बीमारियों के प्रति सभी को जागरुक करें जो जानवरों से इंसानों में फैलती है और जो बाद में जानलेवा साबित हो जाती हैं।
डॉ श्रवण कुमार अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बैठक में बताया कि जनपद में प्रचालित जूनोसिस के रोकथाम के सन्दर्भ में किये जाने वाली विभिन्न गतिविधियों के लिए सलाह दें। जूनोसिस के अन्तर्गत विभिन्न प्रमुख कारको जैसे बैक्टीरिया, वायरल, फंगल और परजीवी के कारण होने वाले रागों को प्राथमिकता और महत्व के अनुसार सूचीबद्ध करें ताकि प्राथमिकता के आधार पर राज्य स्तर से दी गयी कार्ययोजनानुसार जनपद को इससे निपटने में सक्षम बनाया जा सके।
एसीएमओ नोंडल वेक्टर बार्न डिजीज डॉ आरवी सिंह ने बताया कि हमारे घरों में चूहे, बिल्ली, कुत्ते आदि घूमते रहते हैं। कई बार यह सभी गंदगी फैलाने का कारण भी बन जाते हैं। जूनोसिस डिजीज बैक्टीरिया, वायरस, फफूँद अथवा परजीवी किसी भी रोगकारक से हो सकते हैं। इसमें रेबीज, ब्रूसेलोसिस, स्वाइन फ्लू, बर्ड फ्लू, ईबोला, निपाह, ग्लैंडर्स, साल्मोनेलोसिस, लेप्टोस्पाइरोसिस इत्यादि शामिल हैं किसी से भी फैल सकती है। विश्व में फैली कोरोना महामारी भी जूनोसिस डिजीज के श्रेणी में रखा जा सकता है, जिसमे शुरू के अध्ययनों के आधार पर इंसानों में कोरोना वायरस चमगादड़ के जरिए फैलने की रिपोर्ट मिली। सैकड़ो ऐसी बीमारियाँ हैं जो जानवरों के माध्यम से इंसानों में फैलती है।
इस बैठक में नोडल डॉ बीके यादव, बेदी यादव डीएमओ, एमके यादव एसडीओ-वन, कैलाश राम एडीओ-पीपी कृषि विभाग,डॉ पीके यादव पशुपालन विभाग, डॉ राहुल आनंद, डॉ आकाश वर्मा तथा सत्य प्रकाश आदि मौजूद रहे।