तीन अप्रैल तक चलेगा जागरुकता अभियान
मोटे अनाजों के खाने में प्रयोग के लिये किया जायेगा जागरुक
धनञ्जय पाण्डेय दैनिक इंडिया न्यूज़ मधुबन,मऊ। जनपद में सोमवार से पोषण पखवाड़ा शुरू हो गया है। इस दौरान सभी 2587 आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों, किशोरियों, बालिकाओं एवं महिलाओं के पोषण स्तर में सुधार के लिए आयोजन किए जाएंगे। यह जानकारी आईसीडीएस के डीपीओ एके सिंह ने दी। यह पखवाड़ा 3 अप्रैल तक चलेगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि मोटे अनाज के प्रति आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। इसमें ग्राम विकास, पंचायती राज विभाग, आजीविका मिशन, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, आयुष विभाग, कृषि विभाग सहित कई विभागों के समन्वय से इस पखवाड़ा में सहयोग दे रहे हैं। पखवाड़ा के अंतर्गत अन्न जिसमें ज्वार, बाजरा, मक्के आदि के बारे में समुदाय में जानकारी देना है। मोटे अनाजों (मिलेट्स) में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट व विटामिन की मात्रा अधिक मिलती है और यह अनाज शरीर को भरपूर मिनरल और विटामिन प्रदान करता है।
उन्होंने बताया कि इस पखवाड़े में स्वस्थ बालक- बालिका स्पर्धा के माध्यम से चयनित स्वस्थ बालक- बालिका के माता-पिता को सम्मानित करने एवं प्रोत्साहित करने के साथ ही उन्हें मोटे अनाज से बने हुए सामान देकर प्रोत्साहित करना है। गतिविधियों के आयोजन की सफलता में ग्राम प्रधान और पंचायत की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इसमें आगे प्रभात फेरी एवं रैली का आयोजन भी किया जाना है। जिससे सभी अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो सके। बच्चों में वृद्धि निगरानी पश्चात स्वस्थ एवं सुपोषित बच्चे जिन्हें अन्य विभागीय सेवाए भी प्राप्त हो उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा।
परदहां ब्लॉक की मुख्य सेविका गीता तिवारी ने बताया कि इस ब्लाक के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण पखवाड़ा में आयोजित स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा में जन्म से 6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों की लंबाई, ऊंचाई तथा वजन लेते हुए पोषण ट्रैकर पर दर्ज किया गया। तथा उनके साथ आए अभिभावकों माताओं को रंगोली, चित्र, मोटे अनाज को दिखा कर उनके गुणों और फायदों की जानकारी दी गई।
गीता तिवारी ने बताया कि मोटे अनाज जेसे सावा, कोदो, ज्वार, बाजरा, मक्का और अलसी जैसे मोटे अनाजों के प्रयोग और उससे होने वाले फायदे के संबंध में बताते हुए, खेतों में मोटे अनाजों के खेती के बारे में बताया गया। साथ ही साथ डब्ल्यू एच ओ के द्वारा अलसी को सुपर फूड बनाए जाने और उसके गुणवत्ता की जानकारी देते हुए इन मोटे अनाजों से बनाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के व्यंजन के संबंध में जानकारी दी गई।