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नई दिल्ली, दैनिक इंडिया न्यूज़। उत्तर प्रदेश सरकार के अखिल भारतीय बाल्य आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान, नोएडा ने बच्चों के शारीरिक उपचार के साथ-साथ उनके मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने की दिशा में नवाचार किया है। गंभीर बाल्य रोगियों और अवसादग्रस्त बच्चों के लिए सकारात्मक एवं रंगीन वातावरण सृजित करने के उद्देश्य से संस्थान ने पुष्प वाटिका की स्थापना की है।
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संस्थान के निदेशक डॉ. ए. के. सिंह ने इस पहल को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाने के लिए शैक्षणिक, प्रशासनिक और चिकित्सा कर्मचारियों को भी बच्चों के साथ पुष्प वाटिका का अवलोकन करने और उन्हें प्रोत्साहित करने का आग्रह किया। उनका मानना है कि प्राकृतिक सौंदर्य के संपर्क में आने से बच्चों के मनोभावों में सकारात्मक परिवर्तन आएगा और उनके मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होगा।
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इसी क्रम में, राष्ट्रीय सनातन महासंघ के अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने संस्थान का दौरा कर इस अभिनव प्रयास की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से इस बात की प्रशंसा की कि संस्थान ने टूटी-फूटी व अनुपयोगी सामग्री का रचनात्मक उपयोग कर सुंदर पुष्प वाटिका का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल बच्चों में सृजनात्मकता और पर्यावरण संरक्षण की भावना को प्रोत्साहित करेगी, बल्कि उन्हें प्रकृति से जोड़ने में भी सहायक होगी।
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संस्थान के इस प्रयास को बच्चों के समग्र विकास के लिए अनुकरणीय बताते हुए, जितेंद्र प्रताप सिंह ने अन्य चिकित्सा संस्थानों से भी इस प्रकार के नवाचार अपनाने का आह्वान किया। इस पहल से न केवल बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को मजबूती मिलेगी, बल्कि उनके मनोवैज्ञानिक उत्थान में भी सहायता मिलेगी।