हरिंद्र सिंह /डीडी इंडिया न्यूज
कानपुर कमिश्नरेट के प्रथम पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने आचार संहिता लागू होते ही ऐच्छिक सेवा निवृत्ति के आवेदन करने की घोषणा की है। शनिवार को उन्होंने अपने ट्विटर हैडल और अन्य इंटरनेट मीडिया अकाउंट के जरिए एक पत्र पोस्ट करके इसकी जानकारी दी है। पत्र में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करते हुए भाजपा की सदस्यता मिलने की जानकारी भी दी है। पत्र इंटरनेट मीडिया में वायरल होने के बाद कमिश्नरेट में तैनात अधिकारी उनसे मिलने के लिए कैंप कार्यालय पहुंचे।
वायरल किए गए पत्र में उन्होंने कहा है कि अब राष्ट्र और समाज की सेवा एक नए रूप में करना चाहते हैं। उन्होंने पत्र में कहा है कि मैं प्रयास करूंगा कि पुलिस बलों के संगठन के अनुभव और सिस्टम विकसित करने के कौशल से पार्टी को अपनी सेवाएं दूं और पार्टी में विविध अनुभव के व्यक्तियों को शामिल करने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल को सार्थक बनाऊं। पत्र ने उन्होंने कहा कि सबसे कमजोर और गरीब व्यक्ति के हितार्थ हमेशा कार्य करूं। आअपीएस की नौकरी और सम्मान सब बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा अवसर की समानता के लिए रचित व्यवस्था के कारण ही संभव है। मैं उनका अनुसरण करते हुए अनुसूचित जाति, जनजाति व सभी वर्ग के भाइयों और बहनों के लिए सम्मान सुरक्षा और उत्थान के लिए कार्य करूंगा। उन्होंने कहा कि यह सम्मान मुझे मेरे पिता और माताजी के पुण्य कर्मों के कारण मिल रहा है। उनकी पुष्ण आत्माओं को नमन।
वहीं उन्होंने एक कष्ट का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे अब अपनी अलमारी में सबसे सुंदर वस्त्र अपनी वर्दी को अब नहीं पहन सकूंगा। उन्होंने अंत में लिखा है कि अपने साथियों से विदा लेते हुए मैं वचन देता हूं कि वर्दी के सम्मान के लिए हमेश सबसे आगे मैं खड़ा मिलूंगा। आप सभी को मेरी ओर से एक जोरदार सैल्यूट। पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने अपने पैतृक गांव कन्नौज सदर से चुनाव लड़ने की चर्चा है।
शहर के पहले पुलिस कमिश्नर बनाए गए असीम अरुण मूल रूप से कानपुर मंडल के जनपद कन्नौज के निवासी हैं। असीम अरुण 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। तीन अक्टूबर 1970 को इनका जन्म बदायूं में हुआ था। इनके पिता श्री रामअरुण की गिनती भी प्रदेश के तेजतर्रार आईपीएस में होती थी। उन्होंने प्रदेश के डीजीपी का पद भी संभाला था। असीम की मां शशि अरुण जानी-मानी लेखिका हैं।