ब्यूरो डेस्क / डी डी इंडिया न्यूज
यह ताजा मामला लखनऊ सैदपुर जागीर नहर रोड जानकीपुरम विस्तार का है जहां पहले बिल्डर मिथिलेश दीक्षित द्वारा बाला जी रो हाउसिंग बनाकर चकरोड की जमीन दबा दी गई आपत्ति करने पर वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध कराया गया बाद में उसको भी बंद कर दिया जब फौजी कुलदीप सिंह की वृद्ध मां राम बेटी देवी ने लिखा पढ़ी शुरू की एसडीएम बीकेटी, गृह विभाग और अन्य जगहों पर शिकायतें शुरू कर दी तो गेट लगवाने का आश्वासन दिया गया और लेकिन तुरंत बाद विवादित दीवार से सटा कर आनन-फानन में चबूतरा बनाकर गुरुवार को बजरंगबली की विशाल मूर्ति स्थापित कर दी गई इतना ही नहीं कीर्तन भजन और सुंदरकांड भी शुरू हो गया यह सब इसलिए किया गया कि प्रशासन चाह कर भी रास्ता ना खुलवा सके और फौजी का परिवार कीमती जमीन कौड़ियों के दाम बेचने पर मजबूर हो जाए, पुलिस कमिश्नर, डीएम, डीजीपी सबको फोन जाने शुरू हो गए मौके पर पुलिस पहुंची तो जमकर हंगामा हुआ अब मामला दिन पर दिन संवेदनशील होता जा रहा है और फौजी और उसका परिवार कह रहा है कि अगर हिंदू होने की हमें इतनी बड़ी सजा मिलेगी तो हम हिंदू रहेंगे ही क्यों हम अपना धर्म बदल देंगे। जो फौजी देश की जमीन बचाने के लिए अपनी जान पर खेल जाते हैं उनकी जमीन पर उनके ही देशवासी कब्जा करने से और परेशान करने से गुरेज नहीं करते कुलदीप का एक भाई और है जो कि फौज में है चकरोड पर मौजूद प्लॉट कुलदीप के दिवंगत भाई की नाबालिक पुत्री परिधि सिंह के नाम है। कुलदीप सिंह की मां ने बताया कि रास्ता बन्द होने से उनकी नाबालिक पौत्री परिधि सिंह का भविष्य खतरे में आ गया है . शिकायत पत्र में मिथिलेश दीक्षित, बाला जी विहार कॉलोनी के सुनील (सुशील) दुबे, सत्य प्रकाश अवस्थी, एडवोकेट शिव कुमार पांडेय व अन्य को मुख्य आरोपी मानते हुए भू माफिया एक्ट के तहत कार्यवाही की मांग की गई है साथ अवैध निर्माण गिराने और वैकल्पिक मार्ग फिर से खुलवाने औऱ धर्म के साथ खिलवाड़ का रूप बने चबूतरे और मूर्ति को हटाने की भी मांग की भी मांग हुई है। पुलिस कमिश्नर लखनऊ और जिलाधिकारी लखनऊ से शिक़ायत की गई है, डीआईजी पब्लिक ग्रीवेंस अमित पाठक और एसडीएम बीकेटी के पास मामला पहले से लंबित है। मामला धार्मिक और राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है।