ब्यूरो डीडी इंडिया न्यूज
15 दिसम्बर 2021 में भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित दिव्यांगजन सम्मेलन का आयोजन भाजपा के प्रदेश कार्यालय विधान सभा मार्ग में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डा सीमा यादव जी के द्वारा किया गया जो कि दिव्यांग प्रकोष्ठ की संचालिका है।
गणमान्य व्यक्तियों श्री शिव पाल पाठक ( 22 प्रकोष्ठ के संचालक), श्री मुकेश मिश्रा( सह संयोजक) , श्री अरुण प्रताप सिंह (संयोजक) श्री पीयूष दुबे आदि ने अपने विचारों से अवगत कराया
विकलंगता को मोदी सरकार ने दिव्यांगता कह कर सम्बोधित किया है।
सरकार दिव्यांगों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी भावनाओं का मान रखते हुए उन्हें दिव्यांग नाम दिया है।
भाजपा सरकार दिव्यांग बंधुओं के हित में लगातार सरकार काम कर रही है।
समाज के असहाय, सुविधाविहीन एवं कमजोर वित्तीय स्थिति वाले दिव्यांगजनों के सर्वांगीण विकास एवं उनके लाभ तथा सहायता के लिए बनाई गयी योजनाओं के सुचारू संचालन हेतु प्रदेश सरकार द्वारा 20 सितम्बर, 1995 को दिव्यान्गजन सशक्तिकरण विभाग का गठन किया गया।
निराश्रित दिव्यांगजन के भरण-पोषण हेतु अनुदान (दिव्यांग पेंशन) योजना,कुष्ठावस्था पेंशन योजना
शादी-विवाह प्रोत्साहन पुरस्कार योजना
दिव्यांगजन के पुनर्वासन हेतु दुकान निर्माण/दुकान संचालन योजना,
विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया है जैसे कि-
निराश्रित दिव्यांगजन हेतु आश्रय गृह-सह-प्रशिक्षण केन्द्र, कौशल विकास केन्द्र, अनुदान, पेंशन, सहायता तथा कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण आदि।
इसके अलावा, विभिन्न प्रोत्साहनों जैसे कि दिव्यांगजन से विवाह करने पर, दिव्यांग / दिव्यांगता के क्षेत्र में काम कर रहे लोगों / संस्थानों के लिए राष्ट्रीय / राज्य स्तरीय पुरस्कार व कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसबिलिटी (सी0 एस0 आर0) की पहल के उपयोग से अधिनियम द्वारा प्रत्यायोजित उक्त दायित्वों को पूर्ण करने हेतु तत्पर है।
उपर्युक्त के अतिरिक्त, आजीविका के अवसर उपलब्ध कराने की योजनाओं के माध्यम से यथा: दुकान निर्माण संचालन योजना द्वारा , विभिन्न राज्य / राज्योत्तर सेवाओं में आरक्षण / छूट द्वारा दिव्यांगजन के सर्वागींण विकास एवं उन्नयन हेतु सदैव प्रयासरत है।
दिव्यांगजन हेतु सुगम्य आवागमन के लिए बाधा रहित वातावरण का निर्माण, शल्य चिकित्सा द्वारा दिव्यांगजन के जीवन मानकों का उच्चीकरण तथा जीवन की गुणवत्ता का विकास एवं भागीदारी सुनिश्चित कराना है।
विभाग ने सक्रिय रूप से विभिन्न हितधारकों, सेवा प्रदाताओं, गैर सरकारी संगठनों तथा प्रतिष्ठित व्यक्तियों के सुझाव, अनुभव, अपेक्षाओं को समाहित करते हुए एक अधिक न्यायसंगत, प्रगतिशील निर्णय प्रणाली व दिव्यांगजन की विशिष्ठ परिस्थितियों के प्रति जागरूकता विकसित करने हेतु तत्पर है जिससे एक अधिक समावेशी समाज का निर्माण किया जा सके।
निराश्रित दिव्यांगजन के भरण-पोषण हेतु अनुदान (दिव्यांग पेंशन) योजना पात्रता व शर्ते
ऐसे दिव्यांगजन जिन्होंने 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर लिया हो और न्यूनतम 40 प्रतिशत की दिव्यांगता हो।
उत्तर प्रदेश के निवासी है एवं वास्तव में उत्तर प्रदेश में निवास कर रहे है।
वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, समाजवादी पेंशन अथवा ऐसी ही किसी अन्य योजना के अन्तर्गत पेंशन/अनुदान/ सहायता पाने वाला व्यक्ति तथा राजकीय संस्थाओं/गृहों में निःशुल्क भरण पोषण पाने वाले व्यक्ति पात्र नहीं होंगे।
लाभार्थियों की पात्रता के संबंध में जिलाधिकारी का निर्णय अन्तिम होगा।
गरीबी की रेखा (वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में रू0 46080/- तथा शहरी क्षेत्रों में रू0 56460/- प्रति परिवार प्रति-वर्ष निर्धारित है) की परिभाषा के अन्दर आने वाले दिव्यांगजन अनुदान के पात्र होंगे। (अनुदान प्राप्त करने के लिए जिले के प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा जारी प्रमाण-पत्र मान्य होगा।) कुछ दिव्यांग बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुति दी
एक बालिका ने भरतनाट्यम् किया तो एक ने देश भक्ति का गीत सुनाया
जो दिव्यांग हित की बात करेगा वही प्रदेश में राज करेगा:डॉ इंदु गुप्ता
दिव्यांगता सम्मेलन में सात एन जी ओ से भी आमंत्रित किया गया जिससे एन जी ओ० सरकार के साथ मिलकर दिव्यांगों का शारीरिक, मानसिक तथा आथिर्क स्थिति में सहायता कर सके जिस से वो भी सामान्य जीवन यापन कर सकें ।
श्रीमती आशा राय, श्रीमती जयंती शुक्ला(, आनंद फाउंडेशन), श्रीमती रुपाली श्रीवास्तव (उद्गम फाउंडेशन)
आदि. कल्याणी फाउंडेशन, केयर एजुकेशनल ट्रस्ट.
सम्मेलन का समापन Care Educational Trust की संचालिका श्रीमती सीमा यादव जी ने तथा कल्याणी फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ इन्दु गुप्ता एवं श्रीमती स्वाति चटर्जी ने दिव्यांगों को उपहार वितरण किया।