राज्य में कोरोना वैक्सीनेशन राष्ट्रीय औसत से बेहतर: मुख्यमंत्री

हरिंद्र सिंह/डीडी इंडिया न्यूज

कोरोना से डरने व भागने की नहीं, बल्कि सतर्कता और सावधानी बरतने की आवश्यकता:सीएम योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद बिजनौर के जिला चिकित्सालय का निरीक्षण कर अस्पताल में कोरोना व्यवस्था के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की।

निरीक्षण के उपरान्त मुख्यमंत्री जी ने मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनपद बिजनौर के कोविड अस्पताल में शासन-प्रशासन व पूरी मशीनरी द्वारा कोरोना संक्रमण से लोगों का जीवन और जीविका बचाने के लिए पूरी मुस्तैदी से कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा उत्कृष्ट कोविड प्रबन्धन के जरिए कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी वेव पर प्रभावी नियंत्रण किया गया। संक्रमण की तीसरी लहर में भी प्रदेशवासियों का जीवन एवं जीविका दोनों बचाने के लिए पूरी मजबूती से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि आगामी 10 दिनों में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को भी नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त होगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की थर्ड वेव के प्रभाव को नियंत्रित करने में वैक्सीनेशन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। भारत के वैक्सीनेशन कार्यक्रम को प्रदेश में अक्षरशः लागू किया गया है। राज्य में कोरोना वैक्सीनेशन राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। प्रदेश में गत दिवस तक लगभग 25 करोड़ 34 लाख कोविड वैक्सीन दी जा चुकी है। जनपद बिजनौर में 45 लाख 28 हजार कोरोना वैक्सीन की डोज दी गयी है। प्रदेश में लगभग 98.5 प्रतिशत तथा जनपद बिजनौर में लगभग 97 प्रतिशत पात्र लोगों को कोविड वैक्सीन की प्रथम डोज दे दी गयी है। प्रदेश में लगभग 67 प्रतिशत तथा जनपद बिजनौर में 64 प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन की सेकेण्ड डोज प्रदान की जा चुकी है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के 61 प्रतिशत किशोरों को तथा जनपद बिजनौर में इसी आयु वर्ग के 53 प्रतिशत किशोरों का कोरोना टीकाकरण किया गया है। हेल्थ वर्कर्स, कोरोना वॉरियर्स तथा 60 वर्ष से अधिक आयु के को-मॉर्बिड व्यक्तियों, जिन्हें प्रिकॉशन डोज प्रदान की जानी है, के वर्ग में प्रदेश में 73 प्रतिशत लोगों को तथा जनपद बिजनौर में 78 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की डोज प्रदान की गयी है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की थर्ड वेव में संक्रमित लोगों के लगभग 01 प्रतिशत को ही अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता पड़ी। जनपद बिजनौर में कोरोना संक्रमण के 841 एक्टिव मामलों में से मात्र 01 व्यक्ति अस्पताल में भर्ती है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित होम आइसोलेशन में उपचार करा रहे मरीजों की इण्टीग्रेटेड कोविड कमाण्ड सेण्टर (आई0सी0सी0सी0) के माध्यम से निगरानी की जा रही है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कोविड संक्रमण की तीसरी लहर को नियंत्रित करने में निगरानी समितियों द्वारा डोर-टू-डोर सर्विलांस तथा संदिग्ध व लक्षणयुक्त व्यक्तियों को मेडिसिन किट वितरण की प्रभावी भूमिका रही है। मेडिसिन किट वितरण के साथ ही रैपिड रिस्पॉन्स टीम भेजकर संदिग्ध व्यक्तियों की कोविड जांच करायी जा रही है। राज्य में 72 हजार निगरानी समितियां सक्रिय हैं। जनपद बिजनौर में 01 हजार से अधिक निगरानी समितियां क्रियाशील हैं। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की आत्मनिर्भरता के लिए प्रदेश में 558 ऑक्सीजन प्लाण्ट लगाए गए हैं। इनमें से 551 ऑक्सीजन संयंत्र क्रियाशील हैं। जनपद बिजनौर में स्थापित सभी 04 ऑक्सीजन संयंत्र क्रियाशील हैं।

मुख्यमंत्री जी ने प्रदेशवासियों से अपील की कि कोरोना से डरने व भागने की नहीं, बल्कि सतर्कता और सावधानी बरतने की आवश्यकता है। यह सदी की सबसे बड़ी महामारी है। सावधानी एवं सतर्कता बरतकर इसके संक्रमण से जीवन एवं जीविका को बचाया जा सकता है। इसके लिए कोरोना गाइडलाइंस जारी की गयी हैं। इसमें रात्रिकालीन कर्फ्यू की व्यवस्था है। लोग इसका पालन करें। उन्होंने कहा कि 15 से 17 वर्ष के युवाओं का टीकाकरण कराया जा रहा है। इस आयु वर्ग के युवा अपना कोरोना वैक्सीनेशन करा लें। संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सभी शैक्षणिक संस्थान बंद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग, बीमार, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, कमजोर इम्युनिटी के लोग अनावश्यक घर से बाहर न निकलें। अन्य लोगों को घर से बाहर निकलना हो तो कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें। भीडभाड़ वाले स्थानों पर अनावश्यक जाने से बचें।

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