संयुक्त मॉक अभ्यास के दौरान जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक भी रहे उपस्थित
वाचस्पति त्रिपाठी / दैनिक इण्डिया न्यूज,मऊ । दिनाकं 06-11-2023 को आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन योजना के तहत श्री मनोज कुमार शर्मा, उप महानिरीक्षक के दिशा-निर्देशन में 11 एनडीआरएफ वाराणसी की टीम द्वारा डिविजनल रेल मंडल वाराणसी के अधिकारियों एवं कार्मिकों तथा अन्य विभिन्न एजेंसियों के साथ सामंजस्य स्थापित करने हेतु संयुक्त मॉक अभ्यास का आयोजन किया गया। मऊ यार्ड में श्री रोशन लाल यादव, एडीआरएम, श्री अरुण कुमार, आई.ए.एस, – जिलाधिकारी, श्री अविनाश पांडे – आईपीएस, पुलिस अधीक्षक उपस्थिति में एवं श्री प्रेम कुमार पासवान, उप कमांडेंट के देखरेख मे तथा निरीक्षक इन्द्रदेव कुमार के नेतृत्व मे एनडीआरएफ टीम ने रेलवे आपदा प्रबंधन टीम के आपदा विशेषज्ञ, ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, मऊ एवं अन्य सभी हितधारकों के साथ रेल दुर्घटना आपदा पर संयुक्त मॉक अभ्यास आयोजित किया। संयुक्त मॉक अभ्यास के दौरान जिलाधिकारी श्री अरुण कुमार ने इस अभ्यास से जुड़े अधिकारियों के साथ जानकारियों को साझा भी किया।
संयुक्त मॉक अभ्यास के दौरान रेल दुर्घटना आपदा पर एक परिदृश्य को तैयार किया गया था, जिसमे मऊ जंक्शन रेलवे स्टेशन के मऊ यार्ड निकट कोचिंग डिपो, लाइन नम्बर -14 के पास ट्रेन नंबर – 05251 मेला स्पेशल, कोच नम्बर – 00054, 3AC की एक बोगी ट्रैक से उतर गई थी जिसके कारण बोगी क्षतिग्रस्त हो गई है एवं बोगी के अंदर पीड़ितों के फसे होने का प्रदर्शन किया गया। तदनुसार, स्टेशन मास्टर -श्री नीरज कुमार द्वारा ई.ओ.सी. (इमर्जेंसी आपरेशन सेन्टर) एव रेलवे कंट्रोल रूम को घटना के बारे में सूचित किया गया। जिसने एनडीआरएफ के नियंत्रण कक्ष और सभी संबंधित हितधारकों को आपात प्रतिक्रिया के लिए सूचित किया। सूचना मिलते ही एनडीआरएफ टीम घटना स्थल पर पहुँच कर ऑपरेशन का बेस, कमांड पोस्ट, मेडिकल पोस्ट, कम्युनिकेशन पोस्ट स्थापित किए तथा स्थानीय प्रशासन से घटना की सम्पूर्ण जानकारी लेकर त्वरित कार्यवाही करते हुए तथा अपने विभिन्न प्रकार के रेस्क्यू इक्यूपमेन्टस का इस्तेमाल करते हुए राहत एवं बचाव ऑपरेशन शुरू कर दिया। बचाव दल द्वारा होरिजेन्टल एवं वर्टिकल अप्रोच बनाकर ट्रेन की खिड़की रूपी दीवाल, लोहे की छत, लोहे की खिड़की को काटकर संकीर्ण और तंग रास्ते से होकर, विभिन्न प्रकार के उपकरणों की मदद से बचावकर्मियों द्वारा जीवन रक्षक कौशल का प्रदर्शन करते हुये ट्रेन के अन्दर फंसे सभी पीड़ितों को सुरक्षित बाहर निकाला गाया। एनडीआरएफ टीम द्वारा सभी पीड़ितों को अस्पताल पूर्व उपचार देने के बाद स्वास्थय विभाग के एम्बुलेन्ल से अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यह पूरा मॉक अभ्यास का उद्देश्य सभी हितधारकों के बीच में समन्वय बनाना, उपचारात्मक उपाय करना, संसाधनों की दक्षता की जांच करना एवं रेल दुर्घटना आपदा के दौरान प्रतिकूल परिस्थितियों में राहत बचाव की कार्यवाही को परखना है, जिससे कि रेल दुर्घटना आपदा के दौरान त्वरित कार्यवाही करते हुए मानव जीवन को बचाया जा सके। इस मॉक अभ्यास को एडीआरएम,
सीनियर डिवीजनल सेफ्टी आफिसर, एव रेलवे की पूरी टीम, और एनडीआरएफ की पूरी टीम, पुलिस विभाग व अन्य विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में आयोजित किया गया। अभ्यास में रेल आपदा प्रबंधन, ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण- मऊ, पुलिस, राजस्व, स्वास्थ्य, अग्निशमन सेवा, पीडब्ल्यूडी, होमगार्ड, मीडियाकर्मियों और स्थानीय लोगों ने भाग लिया। एनडीआरएफ बचाव दल द्वारा प्रदर्शित पेशेवर कौशल की रेल प्रशासन, जिला प्रशासन एवं अन्य हितधारकों द्वारा अत्यधिक सराहना की गई।