दैनिक इंडिया न्यूज़ नई दिल्ली ।आइजोल, 28 सितंबर 2024: लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला, जो राष्ट्रमंडल संसदीय संघ Zone III के 21वें सम्मेलन में भाग लेने के लिए मिजोरम के दौरे पर हैं, ने आज आइजोल में स्वच्छता अभियान के तहत श्रमदान कर स्वच्छता का महत्वपूर्ण संदेश दिया। गांधी जयंती पर आयोजित “स्वच्छता ही सेवा” अभियान के अंतर्गत श्रमदान करते हुए, श्री बिरला ने अभियान में भाग लेने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं की सराहना की और सभी नागरिकों से स्वच्छता अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता हमारे जीवन और समाज की बुनियादी जरूरत है, और इसमें हर नागरिक का योगदान आवश्यक है।
स्वच्छता अभियान के बाद, श्री बिरला ने आइजोल के बड़ा बाजार का दौरा किया। यहां उन्होंने स्थानीय दुकानदारों और शिल्पकारों से संवाद किया और मिजोरम की सांस्कृतिक धरोहर से जुड़े उत्पादों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने बांस से बनी हैट और अन्य स्थानीय उत्पादों की खरीदारी की। डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देते हुए, श्री बिरला ने क्यूआर कोड स्कैन कर यूपीआई के माध्यम से भुगतान किया, जिससे मिजोरम में डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहन मिला। उन्होंने कहा कि डिजिटल भुगतान न केवल व्यापार को आसान बनाता है, बल्कि पारदर्शिता और सुरक्षा भी सुनिश्चित करता है।
बड़ा बाजार में लगभग 20 मिनट तक पैदल भ्रमण करते हुए, श्री बिरला ने स्थानीय फल और सब्जियों के विक्रेताओं से मुलाकात की और उनके उत्पादों की तारीफ की। उन्होंने विक्रेताओं के साथ खुलकर बातचीत की और उनकी चुनौतियों को समझा। इस दौरान, स्थानीय लोगों ने श्री बिरला से सेल्फी खिंचवाने का आग्रह किया, जिसे उन्होंने खुशी-खुशी स्वीकार किया।
इसके बाद, श्री बिरला ने मिजोरम के फालकुन गांव का दौरा किया, जहां उन्होंने पंचायत के जनप्रतिनिधियों से संवाद किया। पंचायत के प्रतिनिधियों ने श्री बिरला को गांव के विकास कार्यों की जानकारी दी। श्री बिरला ने गांव के विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि पंचायत के प्रतिनिधियों का सकारात्मक दृष्टिकोण और योजनाओं की प्रभावी क्रियान्विति गांव की प्रगति में गेम चेंजर साबित हो सकती है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों को संसद भवन आने का निमंत्रण दिया और उन्हें विकास कार्यों के लिए निरंतर प्रेरित रहने का आग्रह किया।
श्री बिरला के इस दौरे से न केवल स्वच्छता अभियान को प्रोत्साहन मिला, बल्कि डिजिटल लेनदेन और ग्रामीण विकास के प्रति जागरूकता भी बढ़ी। उनकी उपस्थिति ने स्थानीय समुदाय के लोगों को प्रेरित किया और मिजोरम में स्वच्छता और डिजिटल इंडिया अभियान को नई दिशा दी।