सशक्त लोकतंत्र के लिए विधायी शुचिता और पारदर्शिता आवश्यक: लोक सभा अध्यक्ष

दैनिक इंडिया न्यूज,नई दिल्ली।आइजॉल (मिजोरम), 27 सितंबर 2024: लोक सभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने मिजोरम विधान सभा में आयोजित सीपीए (Commonwealth Parliamentary Association) भारत क्षेत्र जोन-III के 21वें सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए विधायिका में शुचिता, पारदर्शिता, और जवाबदेही को लोकतंत्र की सुदृढ़ता का आधार बताया। इस अवसर पर मिजोरम के मुख्यमंत्री श्री लालदुहोमा, राज्य सभा के उपसभापति श्री हरिवंश, नागालैंड विधान सभा के अध्यक्ष श्री शेरिंगेन लोंगकुमेर, और अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

लोकतंत्र की सशक्तता का आधार – विधायी शुचिता और पारदर्शिता


श्री बिरला ने अपने संबोधन में कहा कि विधायिका की शुचिता बनाए रखना पीठासीन अधिकारियों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सदस्यीय आचरण की गरिमा और पारदर्शिता सुनिश्चित करना लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को मजबूत बनाता है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि विधानमंडलों को आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर सार्थक और गरिमामय चर्चा का मंच बनना चाहिए, ताकि लोकतंत्र में सहमति-असहमति के बावजूद सदन लोकहित के विषयों पर संवाद कर सके।

डिजिटल तकनीक का उपयोग बढ़ाने पर जोर


विधायिका के कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग की महत्ता पर जोर देते हुए श्री बिरला ने कहा कि डिजिटल माध्यमों का व्यापक उपयोग जनभागीदारी और संसदीय समिति प्रणाली को और मजबूत कर सकता है। इससे विधायिका को जन कल्याण का सर्वोत्तम माध्यम बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विकास का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने के लिए जनप्रतिनिधियों की सदन में सक्रिय भागीदारी बढ़ानी होगी।

पूर्वोत्तर की भूमिका पर विशेष जोर

पूर्वोत्तर क्षेत्र की विधानसभाओं द्वारा स्थानीय विषयों पर प्रौद्योगिकी के सफल उपयोग की सराहना करते हुए श्री बिरला ने कहा कि इस क्षेत्र ने पिछले कुछ वर्षों में भौतिक, डिजिटल, और सामाजिक कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय वृद्धि की है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के संकल्प को पूरा करने में पूर्वोत्तर भारत की अहम भूमिका है, और इस लक्ष्य की प्राप्ति में इस क्षेत्र की विधायिकाओं की भागीदारी भी महत्वपूर्ण है।

मिजोरम विधान सभा पुस्तकालय के आर्काइव्ज अनुभाग का उद्घाटन


श्री बिरला ने इस अवसर पर मिजोरम विधान सभा पुस्तकालय के आर्काइव्ज अनुभाग का उद्घाटन भी किया और विधायिका के कार्यों के महत्व को बढ़ाने के लिए इसके योगदान की सराहना की।

अंत में, लोक सभा अध्यक्ष ने मिजोरम विधान सभा में मीडियाकर्मियों से भी संवाद किया और सम्मेलन के प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की।

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