मुख्यमंत्री ने समाज के प्रतिष्ठित लोगों से संवाद को बताया अहम
दैनिक इंडिया न्यूज़ ,लखनऊ, 25 अक्टूबर: मुख्यमंत्री ने राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे थाना, सर्किल, जिला, रेंज, जोन और मंडल स्तर पर समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों से निरंतर संवाद स्थापित करें। उनका मानना है कि मीडिया के सहयोग से शांति और सौहार्द्र का माहौल बनाए रखने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने नेपाल से सटी सीमावर्ती जिलों की संवेदनशीलता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बताई, साथ ही इंटेलिजेंस तंत्र को और मजबूत करने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासनिक तंत्र को मजबूत और पारदर्शी बनाने के लिए आईजीआरएस, सम्पूर्ण समाधान दिवस और सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से जनता की शिकायतों का त्वरित और संतोषजनक समाधान होना चाहिए। इसके लिए हर विभाग और जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्राप्त शिकायतों पर समयबद्ध समाधान की समीक्षा की जाए और शिकायतकर्ता से अनिवार्य रूप से फीडबैक लिया जाए।
नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी और सत्यापन प्रक्रिया
मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि समयबद्ध समाधान के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं और प्रतिदिन इनकी समीक्षा हो। जनपदों में भी इसी तर्ज पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाने चाहिए। रैंडम मामलों में फील्ड विजिट के जरिए समस्या के समाधान की स्थिति का सत्यापन भी सुनिश्चित किया जाए। यह प्रक्रिया प्रशासनिक पारदर्शिता को बढ़ाने और जनता में विश्वास पैदा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री के इन निर्देशों से यह स्पष्ट है कि सरकार जन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए त्वरित समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। उनके अनुसार, जनता का फीडबैक लेना अनिवार्य होगा, ताकि शासन-प्रशासन के कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही बनी रहे।