मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में सौर ऊर्जा को बढ़ावा
प्रदेश में 3710 मेगावाट के 9 सोलर पार्कों का विकास
अब तक 435 मेगावाट के सोलर पार्क किए गए कमीशंड
Dainik india news,लखनऊ, 24 अगस्त: उत्तर प्रदेश में बिजली की बढ़ती खपत और कीमतों से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सौर ऊर्जा के विकास पर विशेष जोर दे रहे हैं। प्रदेश में कुल 9 सोलर पार्कों का विकास हो रहा है, जिनकी कुल क्षमता 3710 मेगावाट है। इनमें से 435 मेगावाट के 3 सोलर पार्क कमीशंड हो चुके हैं, और शेष 6 पार्कों के लिए बिडिंग की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
बुंदेलखंड और अन्य जिलों में हो रहा सोलर पार्क का निर्माण
उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण के निदेशक अनुपम कुमार शुक्ला ने बताया कि बुंदेलखंड के झांसी, ललितपुर, चित्रकूट और जालौन, कानपुर नगर और कानपुर देहात, मिर्जापुर और प्रयागराज में सोलर पार्क बनाए जा रहे हैं। इन पार्कों के लिए जमीन आवंटन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, और जल्द ही बचे हुए सोलर पार्क भी कमीशंड किए जाएंगे।
प्रदेश का लक्ष्य: 22 हजार मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन
उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य 22 हजार मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का है। इसमें 6 हजार मेगावाट निजी व सरकारी भवनों पर सोलर रूफटॉप संयंत्रों द्वारा और 14 हजार मेगावाट सोलर उपयोगिता परियोजनाओं व सोलर पार्कों द्वारा हासिल किया जाएगा। पीएम कुसुम योजना के तहत 16.17 मेगावाट ग्रिड ट्यूबवेल को भी सौर ऊर्जा से संचालित किया जा रहा है।
क्या है सोलर पार्क स्कीम?
सोलर पार्क स्कीम दिसंबर 2014 में शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट की स्थापना के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना है। भारत सरकार के तहत इस योजना के अंतर्गत 39,250 मेगावाट क्षमता के विकास की मंजूरी दी गई है। अब तक 22 सोलर पार्कों में 11,591 मेगावाट क्षमता की सौर परियोजनाएं स्थापित की जा चुकी हैं।
निष्कर्ष: सौर ऊर्जा से भविष्य की ऊर्जा आवश्यकता को पूरा करने की दिशा में यूपी
उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा के विकास की दिशा में हो रहे ये प्रयास न केवल प्रदेश के ऊर्जा संकट को हल करने में मदद करेंगे, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम साबित होंगे।