धनञ्जय पाण्डेय दैनिक इंडिया न्यूज़ मधुबन,मऊ। स्थानीय तहसील क्षेत्र के विभिन्न कार्यक्रमों में मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश दुर्गाशंकर मिश्र का रविवार को दूसरा दिन रहा । इस दौरान उनके मौजूदगी में पर्यटन विभाग द्वारा करोडों की लागत से निर्मित भीटिया स्थित ब्रम्ह बाबा के स्थान के सुन्दरीकरण एवं कटघराशंकर में स्थित शहीद स्मारक के सुन्दरीकरण कार्य का लोकार्पण व अवलोकन किया गया । मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र के साथ पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह व पर्यटन विभाग के सचिव मुकेश मेश्राम, विधायक रामबिलास चौहान भिटिया ब्रम्ह बाबा स्थान का संयुक्त रूप से फीता काटकर लोकार्पण किया । इसके बाद सभी अतिथियों को जिलाधिकारी अरूण कुमार ने पुष्प गुक्ष देकर स्वागत किया गया । अतिथियों ने परिसर में निर्मित विश्रामालय,पाथवे,पेयजल, शौचालय, सफाई आदि का अवलोकन किया । मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने पौधरोपण कर स्वच्छता का संदेश दिया । इससे पूर्व मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र द्वारा अपने परिवार के साथ ब्रम्ह बाबा स्थान पर बैदिक मंत्रोचार के साथ पूजा हवन एवं प्रसाद वितरण किया गया ।
भीटिया ब्रम्ह बाबा स्थान के लोकार्पण एवं पूजा के बाद सभी अतिथि कटघराशंकर स्थित शहीद स्मारक पहुंचे। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर अतिथियों का स्वागत किया गया। जिला अधिकारी अरुण कुमार ने जिले में इस तरह के भव्य कार्यक्रम के लिए मुख्य सचिव एवं पर्यटन मंत्री के प्रति आभार जताया। इस मौके पर मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने कहां कि हर घर तिरंगा कार्यक्रम के दौरान आजादी के दीवानों को याद करते हुए हमने संकल्प लिया था कि कटघरा शंकर में एक भव्य शहीद स्मारक का निर्माण किया जाएगा और उसे पूरा किया गया। मधुबन क्रान्तिकारियों के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि
1857 की क्रांति के बाद अंग्रेजी हुकूमत बगावत को दबाने में जुट गई। इस दौरान वर्ष 1942 के आंदोलन में अंग्रेजों से मुक्ति पाने के लिए गांव-गांव में बैठकें आयोजित होने लगी। इस दौरान रणनीतियां बनाकर 14 अगस्त 1942 को जिले में एक साथ कई स्थानों पर हमले की योजना बनी। इस दौरान गिरफ्तार साथियों को छुड़ाने के लिए मधुबन थाने पर हमला करने की योजना बनी। लेकिन इसकी भनक अंग्रेजों को लग गई। फिर भी दीवानों के जनून अंग्रेजों की सारी तैयारी पर भारी पड़ा था। इस दौरान हुई फायरिंग में कई लोग शहीद हुए उनकी शहादत की याद में शहीद स्मारक बनाया गया।
मधुबन थाने पर कब्जे के लिए क्षेत्र के काफी संख्या में आजादी के दीवानों का हुजूम पहुंच गया। थाने पर तिरंगा फहराने की मांग न मानने पर लोग ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के साथ भारत माता की जयकार करते हुए जबरन तिरंगा फहराने के लिए थाने की ओर बढ़ने लगे। अंग्रेज कलेक्टर निबलेट उस समय थाने के अंदर मौजूद था। उसने थाने का गेट अंदर से बंद करा दिया। आजादी के रणबांकुरों के मनसूबों को देख थाने के अंदर से निहत्थे लोगों पर गोलियां बरसाई जाने लगीं, थानेदार मुक्तेश्वर सिंह की गोली से सबसे पहले राम नक्षत्र पाण्डेय थाने के गेट पर ही शहीद हो गए। इसके बाद शाम चार बजे से छह बजे तक थाने से अंधाधुंध फायरिंग हुई। सरकारी तौर पर 149 राउंड गोली चलाने की पुष्टि की गई लेकिन प्रत्यक्ष दर्शियों का कहना था कि गोलियां इससे भी ज्यादा चलाई गई। इस फायरिंग में कुल तेरह लोग शहीद हो गए और 28 लोग घायल हो गए थे। साथ ही रामपुर पुलिस चौकी जला दी गई। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि कोरोना काल में योगी मोदी डबल इंजन की सरकार ने न केवल कोरोना का मुकाबला किया बल्कि अपने देश की वैक्सीन देकर भारत ने सिद्ध कर दिया कि हम अनुसंधान के क्षेत्र में भी अगली पंक्ति में खड़े हैं। उन्होंने कहा कि पहले हम नारा देते थे जय जवान ,जय किसान। लेकिन अब हम नारा देते हैं जय जवान ,जय किसान, जय विज्ञान ,जय अनुसंधान। भारत ने वैक्सीन की खोज कर न केवल अपने देशवासियों की जान बचाई बल्कि मित्र देशों को भी वैक्सीन देकर लोगों की जान बचाने का काम किया। और डबल इंजन की सरकार ने दुनिया में अपनी पहचान को मजबूत किया । रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के दौरान भारतीय मेडिकल के छात्र को सुरक्षित भारत लाने का काम मोदी सरकार ने किया।योगी के नेतृत्व में कोई भी माफिया किसी गरीब के इज्जत के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकता है। उभरते हुए उत्तर प्रदेश में लोगों का कानून के प्रति विश्वास बढ़ा है । उत्तर प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा में धार्मिक स्थलों के सुंदरीकरण का कार्य चल रहा है। कार्यक्रम को पर्यटन विभाग प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम, विधायक रामविलास चौहान, मंडलायुक्त मनीष कुमार चौहान ने संबोधित करते हुए सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डाला। गोपाल राय ने देश भक्ति गीत प्रस्तुत किए। इस मौके पर एसपी अविनाश पाण्डेय, सीडीओ प्रशांत नागर,ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि प्रवीण कुंवर सिंह, एसडीएम मनोज कुमार तिवारी,सीओ अभय कुमार सिंह, बीडीओ जयेश कुमार सिंह थाना प्रभारी अब्दुल वहीद आदि मौजूद रहे।
2023-04-16