दैनिक इंडिया न्यूज,लखनऊ : सहारा हॉस्पिटल में गत 10 जून प्रेरणा दिवस से मनाये जा रहे रक्तदान जागरूकता अभियान के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किये गये और बुधवार को विश्व रक्तदाता दिवस पर इस चार दिवसीय जागरूकता अभियान का समापन हो गया।
समापन दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सहारा हॉस्पिटल के डायरेक्टर मेडिकल हेल्थ डॉ. मजहर हुसैन और सहारा इंडिया परिवार के सीनियर एडवाइजर अनिल विक्रम सिंह ने संयुक्त रूप से रक्तदाताओं के सम्मान समारोह में हिस्सा लिया।
सहारा इंडिया परिवार के सीनियर एडवाइजर अनिल विक्रम सिंहजी ने बताया कि 10 जून को सहारा समूह के अभिभावक “सहाराश्री”जी के जन्मदिन के शुभ अवसर को समस्त सहारा इंडिया परिवार ‘प्रेरणा दिवस’
के रूप में मनाता है और इसी उपलक्ष्य में इस वर्ष चार दिवसीय रक्तदान जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आमंत्रित लायंस क्लब के पदाधिकारी आर. सी. मिश्रा और जी. पी. गुप्ता ने अपने सम्बोधन में सहारा हॉस्पिटल की गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की सराहना की।
विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर एक पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसमें सहारा कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंस की छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिसमें नर्सिंग की छात्रा संजू, दिव्या पाण्डेय और मानसी सिंह को क्रमश प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार मिला।
कार्यक्रम का संचालन ब्लड बैंक के हेड डा.अरविन्द सिंह व लैब मेडिसिन की हेड अंजू शुक्ला ने किया। सहारा हॉस्पिटल के ब्लड बैंक के हेड डॉ अरविंद सिंह ने बताया कि सुरक्षित ब्लड कंपोनेंट सभी मरीजों को मिल सके इसके लिए स्वैच्छिक रक्तदाताओं की अहम् भूमिका होती है। उन्होंने यह भी बताया कि राजधानी में सहारा हॉस्पिटल ब्लड बैंक में अत्याधुनिक नेट टेस्टिंग की भी सुविधा उपलब्ध है जो कि रक्त अवयवों को सुरक्षित बनाने में अत्याधुनिक विधि है। ब्लड बैंक के विशेषज्ञ डॉक्टर ए. के. सिंह ने बताया कि 18 से 65 साल का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति हर तीन से चार माह के बाद रक्तदान कर सकता है। रक्तदान को लेकर भ्रांतियों को दूर करते हुए डॉ. सिंह ने बताया कि जो लोग नियमित रूप से रक्तदान करते हैं, उन्हें दिल की बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा कम रहता है।
शिविर में लगभग 30 स्वैच्छिक रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। साथ ही सहारा हॉस्पिटल के डॉक्टर्स व अन्य स्टाफ ने भी अपना योगदान दिया।
2023-06-16