सहारा हॉस्पिटल में लुडविंग्स एनजाइना रोगी को मिला नया जीवन*– मरीज को सांस ले पाना भी था मुश्किल

दैनिक इंडिया न्यूज लखनऊ : निकटवर्ती सुल्तानपुर जिले में कटहरा गांव का रहने वाला 26 वर्षीय युवक संजीत सिंह जो कि केरल में वेटरनरी सर्जन की पढ़ाई कर रहा है, अचानक उसके दांतों में दर्द की शिकायत हुई तो वहीं पर उसने आरसीटी करवायी परन्तु कुछ समय बाद ही उसकी दाहिनी तरफ चेहरे व गले में सूजन आ गयी। कई हफ्तों की दवाई लेने के बाद भी मरीज की सूजन में आराम नहीं आया।

तब मरीज के भाई उसे लखनऊ ला कर परामर्श लेने के लिए सहारा हॉस्पिटल आए, जहां पर मैक्सिलोफेशियल (डेन्टल) सर्जन डॉक्टर एस. पी. एस तुलसी से परामर्श लिया। मरीज की सूजन बढ़ी हुई थी और अब उसे सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। ना तो वह थूक निगल पा रहा था ना खाना खा पा रहा था और उसकी आवाज भी नहीं निकल रही थी।

जब मरीज की पूरी तरह से जांच की गयी तो पता चला मरीज को लुडविंग्स एनजाइना यानी कि चेहरे व गले का एनजाइना, जिसमें गले व चेहरे की जो सूजन होती है उससे सांस की नली पर दबाव पड़ता है। अगर सही समय पर इलाज ना मिले तो इस परेशानी से मरीज की मौत तक हो जाती है।

सहारा हॉस्पिटल के वरिष्ठ मैक्सिलोफेशियल (डेन्टल) सर्जन डॉक्टर एस. पी. एस. तुलसी ने मरीज की जान बचाने के लिए तुरन्त ही इमरजेंसी में ट्रेकियोस्टॉमी की, यानि गले में चीरा लगाकर सांस की नली डाली जिससे उसको ऑक्सीजन दे सकें और जान बचायी जा सके।

मरीज के गले व मुंह में जो स्पेस इंफेक्शन हो चुका था उससे मवाद भी भर गया था। डॉक्टर तुलसी ने ड्रेन करके सारा मवाद निकालकर मरीज का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया। इस ऑपरेशन में खासतौर पर चेहरे की नसों को बचाते हुए यह जटिल ऑपरेशन किया गया फिर मरीज को दो-तीन दिन आईसीयू में रखने के बाद उसकी सांसे सामान्य हो गयी। और सांस की प्रक्रिया भी पहले की तरह हो गयी। उन्होंने यह भी बताया कि सहारा हॉस्पिटल में समस्त सुविधाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध हैं जिसकी वजह से यह इलाज सम्भव हो पाया और मरीज की जान बचायी जा सकी।

सहारा इंडिया परिवार के वरिष्ठ सलाहकार अनिल विक्रम सिंहजी ने बताया कि हमारे अभिभावक सहाराश्रीजी की सोच से जिस विश्वस्तरीय सहारा हॉस्पिटल का निर्माण हुआ है वहां पर हर प्रकार की गम्भीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों को नया जीवन देने हेतु सहारा हॉस्पिटल के कुशल व दक्ष चिकित्सक निरन्तर तत्पर रहते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सहारा हॉस्पिटल में 50 से भी अधिक विभाग हैं और यहां का दंत चिकित्सा विभाग भी अत्याधुनिक उपकरणों से लैस है और अनुभवी कुशल चिकित्सक उपलब्ध हैं। साथ ही सहारा हॉस्पिटल में किफायती दरों पर उचित इलाज पारदर्शिता के साथ उपलब्ध कराया जाता है।

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