शासन द्वारा बंदियों को दी जाने वाली समस्त मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने के दिए गए निर्देश
वाचस्पति त्रिपाठी / दैनिक इन्डिया न्यूज,मऊ । आज जिला कारागार का आकस्मिक निरीक्षण माननीय जनपद न्यायाधीश श्री रामेश्वर, जिलाधिकारी श्री अरुण कुमार एवं पुलिस अधीक्षक श्री अविनाश पांडेय की संयुक्त टीम द्वारा किया गया। इस दौरान जेल परिसर स्थित रसोईघर के अलावा पुरुष,महिला एवं किशोर बैरक तथा कारागार परिसर स्थित अस्पताल का भी निरीक्षण संयुक्त टीम द्वारा किया गया।निरीक्षण के समय संयुक्त टीम द्वारा बन्दियो के आपराधिक रिकार्ड, सजा की स्थिति तथा जमानत की स्थिति के बारे में जानकारी लेते हुए जेल अधीक्षक को आवश्यक निर्देश दिए गए। इस दौरान जिलाधिकारी ने जेल अधीक्षक को ऐसे बंदियों को चिन्हित करने, जिनके पास वकील नही हैं,उन्हें यथाशीघ्र यह सुविधा उपलब्ध कराने को कहा। संयुक्त टीम द्वारा रसोईघर का भी निरीक्षण किया गया। जेल अधीक्षक को मीन्यू के अनुसार गुणवत्तापूर्ण भोजन बंदियों को उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए। किशोर बैरक, जिसमें 18 से 21 वर्ष के बंदियों को रखा जाता है एवं जिसमें वर्तमान में कुल 30 बंदी विभिन्न अभियोगो में बंद हैं,के निरीक्षण के दौरान 1 बंदी नियमानुसार निर्धारित उम्र सीमा के अंतर्गत नहीं पाए जाने पर संयुक्त टीम ने उसे बाल सुधार गृह में भेजने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान संयुक्त टीम द्वारा बंदियों से उनकी समस्याओं के साथ ही शासन द्वारा बंदियों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश जेल अधीक्षक को दिए गए। जिला कारागार के चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान कुल 12 मरीज भर्ती पाए गए एवं चिकित्सक भी उपस्थित मिले।संयुक्त टीम द्वारा कारागार के चिकित्सक को निर्देशित किया गया कि बन्दियों का समय- समय पर स्वास्थ्य परीक्षण करते रहे। यदि किसी को कोई दिक्कत/परेशानी महसूस हो तो उसके अनुसार इलाज कराए।
वर्तमान में जिला कारागार में कुल 744 बंदी विभिन्न अभियोगों में बंद हैं, जिनमें 22 महिला बंदी भी शामिल है। कुल बंदियों में से 342 पुरुष एवं 5 महिला बंदी दोष सिद्ध में निरुद्ध है तथा 349 पुरुष, 17 महिला एवं 30 किशोर बंदी अभी विचाराधीन है। निरीक्षण के दौरान जिला विधिक प्राधिकरण सेवा के सचिव अभिनय कुमार मिश्रा भी उपस्थित रहे।