श्रद्धालुओं नेअपना अनुभव साझा किया,
दैनिक इंडिया न्यूज,मुख्यमंत्री ने बुद्धवार को अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के पदाधिकारियों व स्थानीय प्रशासन के साथ परिस्थितियों का जायजा लेने के बाद आज यहां शासन स्तर के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि अयोध्याधाम में आस्था का जनसमुद्र देखा जा सकता है। पूरे देश से श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है। हर कोई अपने आराध्य प्रभु के दर्शन का पुण्य लाभ प्राप्त करना चाहता है। भारी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन स्वाभाविक है। ऐसी परिस्थितियों में हर श्रद्धालु की सुरक्षा, सुविधा व सुगम दर्शन की व्यवस्था करना हम सभी का कर्तव्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय प्रशासन और श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के बेहतर समन्वय के साथ क्राउड मैनेजमेंट किया जाना चाहिए। राम पथ, भक्ति पथ, धर्म पथ और श्रीराम जन्मभूमि पथ पर, जहां भी दर्शनार्थी हों, कतारबद्ध खड़े हों, भीड़ न लगे। कतार चलायमान रहे। बुजुर्गों, बच्चों, महिलाओं का विशेष ध्यान दिया जाए। दर्शनार्थियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए प्रमुख पथों पर मंद स्वर में राम भजन बजने चाहिए। सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों का व्यवहार मर्यादित होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कतारबद्ध श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह पर पेयजल की व्यवस्था करायी जाए। दिव्यांग अथवा अति बुजुर्ग श्रद्धालु के लिए आवश्यकतानुसार व्हीलचेयर के प्रबंध भी होने चाहिए। ठंड बहुत है, ऐसे में अलाव की व्यवस्था की जाए। भक्ति पथ और श्रीरामजन्मभूमि पथ पर जूट मैटिंग कराएं। प्लास्टिक की कुर्सियां लगाएं, ताकि बुजुर्ग एवं वृद्धजन आवश्यकतानुसार विश्राम कर सकें। सभी घाटों सहित पूरे नगर में साफ-सफाई लगातार की जाए।
अयोध्या यात्रा सहित अन्य व्यवस्थाओं पर मुख्यमंत्री का आदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर चुके हों, उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए परिवहन के पर्याप्त साधन उपलब्ध हों। परिवहन निगम द्वारा बसों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। विभिन्न नगरों से अयोध्या आने के लिए अतिरिक्त बसों का संचालन अभी स्थगित रखें। दर्शन के उपरांत जिस रूट के श्रद्धालु अधिक हों, उस रूट पर बसों को लगाकर श्रद्धालुओं को गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। ऐसे रूट चिन्हित कर आवश्यकतानुसार रेलवे से को-ऑर्डिनेट करते हुए ट्रेनों के संचालन के प्रयास होने चाहिए। परिवहन मंत्री स्वयं इस व्यवस्था को सुनिश्चित कराएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्याधाम में अपने आराध्य प्रभु श्रीरामलला के दर्शन की आकांक्षा लिए पूरे देश से भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन से उत्पन्न अविस्मरणीय स्थिति के दृष्टिगत अति विशिष्ट, विशिष्ट, गणमान्य जन द्वारा अयोध्या आगमन का कार्यक्रम बनाने से एक सप्ताह पूर्व स्थानीय प्रशासन, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अथवा राज्य सरकार को सूचित करना हितकर होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक होल्डिंग एरिया तैयार करें, जहां दर्शनार्थियों का बड़ा समूह एकत्रित हो सके। यहां से श्रद्धालुओं को धीरे-धीरे दर्शन के लिए छोड़ा जाना उचित होगा। यहां पर उनके जूते-चप्पल, मोबाइल आदि सामान की सुरक्षा के प्रबंध होने चाहिए।
दर्शनार्थियों ने साझा किया अनुभव
दर्शन करके लौटने वालों ने अयोध्या की व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए कहा व्यवस्था बहुत ही अच्छी है बाहर से मंदिर की भव्यता दिखाई देती है लेकिन अंदर प्रवेश करते ही दिव्यता इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि वहां जाने के बाद भाव विभोर हो जाते हैं लोग रोना शुरू कर देते हैं बुधवार को दर्शन करने वालोँ में प्रताप नगर लखनऊ से नगर कार्यवाह हनुमत , अनिल जैन ,प्रेमचंद ,बीजेपी से अरविंद शुक्ल इत्यादि लोंगो ने अपना अनुभव साझा किया।