राजन त्रिवेदी, खास रिपोर्ट, दैनिक इंडिया न्यूज़, हरदोई
उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद के विकासखंड हरियावा के भदौरा गांव में स्थित गौशाला की दयनीय स्थिति ने स्थानीय लोगों और पशुप्रेमियों को चिंतित कर दिया है। हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि गौशाला में कई मवेशी बेहोश और गंभीर हालत में सड़क पर पड़े हुए हैं।
गौशाला की देखरेख के लिए जिम्मेदार प्रधान और सेक्रेटरी की अनदेखी के कारण हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यहां रहने वाले पशुओं की उचित देखभाल नहीं की जा रही है, जिससे अधिक मात्रा में जानवरों की मौतें हो रही हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस मुद्दे को शासन और प्रशासन के समक्ष उठाया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
भदौरा गांव के एक निवासी रामकिशोर ने बताया, “यहां की गौशाला की स्थिति बेहद खराब है। पशुओं के लिए न तो खाने की व्यवस्था है और न ही पानी की। कई जानवर तो भूख और प्यास से तड़प-तड़प कर मर रहे हैं। प्रशासन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।”
गौशाला की इस गंभीर स्थिति ने न केवल पशुओं के जीवन को खतरे में डाल दिया है, बल्कि स्थानीय लोगों के बीच भी आक्रोश और असंतोष पैदा कर दिया है। लोग मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकाला जाए और गौशाला की स्थिति सुधारी जाए।
स्थिति को देखते हुए यह आवश्यक है कि प्रशासनिक अधिकारी और संबंधित विभाग इस दिशा में त्वरित कार्रवाई करें और गौशाला की स्थिति को सुधारने के लिए उचित कदम उठाएं। केवल तभी मवेशियों को इस गंभीर संकट से बचाया जा सकता है और स्थानीय लोगों का विश्वास बहाल किया जा सकता है।