दैनिक इंडिया न्यूज़ 26 जुलाई 2024 लखनऊ के कैंट स्थित सेंट्रल कमांड परिसर में आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर ‘रजत जयंती समारोह‘ का भव्य आयोजन किया गया।
इस विशेष मौके पर उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री उपस्थित थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “देश की रक्षा हेतु कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर सपूतों के परिजनों को सम्मानित करना हम सभी के लिए गर्व की बात है। हमारे वीर जवानों के कारण ही हम सुरक्षित हैं।”
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, “कारगिल विजय दिवस के अवसर पर आज सेंट्रल कमांड, कैंट, लखनऊ स्थित ‘स्मृतिका’ युद्ध स्मारक जाकर कारगिल युद्ध के महानायकों, माँ भारती के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मातृभूमि की रक्षा में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले वीर जवानों का अदम्य साहस और अतुलनीय बलिदान देश सेवा के लिए सदा प्रेरणा प्रदान करता रहेगा। जय हिंद!”
मुख्यमंत्री ने अपनी उपस्थिति को गौरवपूर्ण बताते हुए कहा कि भारतीय सेना के वीर जवानों की वजह से वे खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार हमेशा उन जवानों के साथ खड़ी है, जो सीमाओं की सुरक्षा के लिए समर्पण और साहस के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध में हमारे जवानों की बहादुरी के कारण ही देश का मान और स्वाभिमान सुरक्षित रह सका। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि भारतीय सेना के जवानों ने दुश्मनों को परास्त कर देश की सुरक्षा सुनिश्चित की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वीर सपूतों को सम्मानित किया और उनके बीच बैठकर जलपान ग्रहण किया। उन्होंने हमारे जांबाज़ सैनिकों की बहादुरी को अलंकृत करते हुए कहा, “आप सभी हमारे देश के असली हीरो हैं। आपका साहस और समर्पण हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है।”
समारोह के दौरान, मुख्यमंत्री ने संस्कृत का एक श्लोक पढ़कर वीर जवानों में वीर रस का संचार किया:
“शस्त्रपूजायां समारब्धे राष्ट्रं भवति सुरक्षितम्।”
(जिस देश में शस्त्रों की पूजा होती है, वह देश सदैव सुरक्षित रहता है।)
जैसे ही मुख्यमंत्री ने यह श्लोक पढ़ा, पूरा ऑडिटोरियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। सैनिकों ने उत्साहपूर्वक ताली बजाकर इस श्लोक की प्रशंसा की, जिससे वीर रस की अद्भुत शंखनाद की ध्वनि रोमांचित कर देने वाली थी। यह क्षण न केवल गौरवपूर्ण था बल्कि सैनिकों के दिलों में देशभक्ति की भावना को और भी प्रबल बना दिया।
सेंट्रल कमांड के उच्च अधिकारियों ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और अपने विचार साझा किए। उन्होंने कारगिल युद्ध के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह युद्ध भारतीय सेना की बहादुरी और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। इस युद्ध में भारतीय सेना ने दुश्मनों को परास्त कर देश की सुरक्षा सुनिश्चित की थी।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “देश की सीमाओं की रक्षा के लिए हमारे जवान दिन-रात कठिन परिस्थितियों में डटे रहते हैं। हमें उनके साहस और बलिदान पर गर्व है। उत्तर प्रदेश सरकार उनकी भलाई और कल्याण के लिए हर संभव प्रयास करेगी।”
समारोह के दौरान एक विशेष प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें कारगिल युद्ध से संबंधित विभिन्न दस्तावेज, तस्वीरें और अन्य सामग्री प्रदर्शित की गई। इस प्रदर्शनी ने आगंतुकों को कारगिल युद्ध की वीर गाथाओं से रूबरू कराया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को प्रेरित करना और उन्हें देश की रक्षा के लिए आगे आने का संदेश देना था। समारोह में उपस्थित लोगों ने भारतीय सेना के साहसिक कारनामों की सराहना की और वीर जवानों के साहस का सम्मान किया।
लखनऊ के कैंट क्षेत्र में आयोजित इस कार्यक्रम ने देशभक्ति की भावना को जागृत किया और कारगिल विजय दिवस को एक यादगार अवसर बना दिया। इस आयोजन के माध्यम से समाज में राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा की भावना को मजबूती प्रदान की गई।
मुख्यमंत्री के संबोधन और वीर जवानों को गौरवान्वित करने के साथ यह कार्यक्रम समाप्त हुआ, जिसमें सभी ने मिलकर देश की सुरक्षा और वीर जवानों के साहस को याद किया। कारगिल विजय दिवस का यह आयोजन न केवल वीर सपूतों को सम्मानित करने का एक माध्यम बना, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित किया।